ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में पूजा पाठ और मंत्र जाप का विशेष महत्व होता है मान्यता है कि रोजाना पूजा पाठ और मंत्रों का जाप करने से देवी देवता प्रसन्न हो जाते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं। हमारे धर्म शास्त्रों में कई ऐसे शक्तिशाली और चमत्कारी मंत्र है जिनका जाप करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
इन्हीं में एक ऐसा चमत्कारी मंत्र है जिसका जाप करने से मरते हुए व्यक्ति को भी बचाया जा सकता है यह मंत्र भगवान शिव का मंत्र है और जिसकी रचना महर्षि मार्कण्डेय ने की थी और वह अमर है। यह मंत्र कोई और नहीं बल्कि भगवान शिव का शक्तिशाली महामृत्युंजय मंत्र है जिसका जाप व्यक्ति को जीवित करने की ताकत रखता है तो आज हम आपको इसी मंत्र के बारे में बता रहे हैं।
भगवान शिव का शक्तिशाली महामृत्युंजय मंत्र—
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
मंत्र का सही अर्थ—
हम भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं जो तीन नेत्रों वाले हैं जो हर सांस में जीवन शक्ति का संचार करते हैं और पूरी सृष्टि का पालन पोषण करते हैं।
मंत्र जाप से जुड़े नियम—
आपको बता दें कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप भगवान शिव की प्रतिमा के सामने बैठकर करें तो शुभ रहता है। इस मंत्र का जाप अशुद्ध अवस्था में नहीं करना चाहिए यानी स्नान आदि करने के बाद ही इस मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें अगर स्वयं इसका जाप नहीं कर सकते हैं तो किसी योग्य ब्राह्माण से भी करवा सकते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते वक्त इधर उधर की बातों पर ध्यान नहीं लगाना चाहिए। मंत्र का उच्चारण शुद्ध रूप से करना चाहिए। मंत्र जाप के दौरान मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर ही करना ठीक रहता है।