आज का पंचांग 16 मार्च 2025 रविवार को करने जा रहे हैं कोई शुभ काम तो यहां देखिए
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल हैं प्राचीन काल से ही पंचांग को विशेष माना गया हैं इसकी मदद से हम दिन की हर बेला के शुभ और अशुभ समय का पता लगाते हैं उसके आधार पर हम अपने शुभ कार्यों को इंगित करते हैं।
अगर आप रविवार को कोई शुभ काम करना चाहते हैं तो यहां जान लें शुभ मुहूर्त और अशुभ मुहूर्त। रविवार के दिन बन रहे शुभ योग कुछ लोगों के लिए भाग्यशाली रहने वाले हैं और कुछ को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं।
मार्च 16 रविवार को राहु 05:03 PM से 06:32 PM तक है | 01:15 AM तक चन्द्रमा कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा |
विक्रम संवत - 2082, कालयुक्त
शक सम्वत - 1946, क्रोधी
पूर्णिमांत - चैत्र
अमांत - फाल्गुन
तिथि
कृष्ण पक्ष द्वितीया - Mar 15 02:33 PM – Mar 16 04:58 PM
कृष्ण पक्ष तृतीया - Mar 16 04:58 PM – Mar 17 07:33 PM
नक्षत्र
हस्त - Mar 15 08:54 AM – Mar 16 11:45 AM
चित्रा - Mar 16 11:45 AM – Mar 17 02:47 PM
करण
गर - Mar 16 03:44 AM – Mar 16 04:58 PM
वणिज - Mar 16 04:58 PM – Mar 17 06:15 AM
विष्टि - Mar 17 06:15 AM – Mar 17 07:33 PM
योग
वृद्धि - Mar 15 01:59 PM – Mar 16 02:48 PM
ध्रुव - Mar 16 02:48 PM – Mar 17 03:44 PM
वार
रविवार
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:38 AM
सूर्यास्त - 6:32 PM
चन्द्रोदय - Mar 16 8:24 PM
चन्द्रास्त - Mar 17 8:02 AM
अशुभ काल
राहू - 5:03 PM – 6:32 PM
यम गण्ड - 12:35 PM – 2:04 PM
कुलिक - 3:33 PM – 5:03 PM
दुर्मुहूर्त - 04:57 PM – 05:44 PM
वर्ज्यम् - 08:45 PM – 10:33 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 12:11 PM – 12:59 PM
अमृत काल - 05:02 AM – 06:49 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:01 AM – 05:49 AM
आनन्दादि योग
मानस Upto - 11:45 AM
पद्म
सूर्या राशि
सूर्य मीन राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा मार्च 17, 01:15 AM तक कन्या राशि उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा
चन्द्र मास
अमांत - फाल्गुन
पूर्णिमांत - चैत्र
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - फाल्गुन 25, 1946
वैदिक ऋतु - शिशिर
द्रिक ऋतु - वसंत
Auspicious Yogas
द्विपुष्कर योग - Mar 16 11:45 AM - Mar 16 04:58 PM (Chitra, Sunday and KrishnaDwitiya)
अमृतसिद्धि योग - Mar 16 06:38 AM - Mar 16 11:45 AM (Hasta and Sunday)
सर्वार्थसिद्धि योग - Mar 16 06:38 AM - Mar 16 11:45 AM (Hasta and Sunday)
Chandrashtama
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