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गजकेसरी योग देता हैं बेहद शुभ फायदें, जानिए क्या आपकी कुंडली में है ये योग

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ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हर किसी के जीवन में ज्योतिषशास्त्र और ग्रहों का विशेष महत्व होता हैं वही गजकेसरी योग को बेहद पुण्य फलदायी माना गया हैं इस योग का निर्माण बृहस्पति और चंद्रमा ग्रहों के योग से बनता हैं ज्योतिष अनुसार जातक की कुंडली के द्वादश भावों में से किसी में भी अगर गुरु और चंद्रमा की युति होती हैं

rashi तो गजकेसरी योग माना जाता है इन दोनों ग्रहों पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए इसके साथ ही कई ज्योतिषशास्त्र के जानकारों का यह भी मानना है कि अगर गुरु और चंद्रमा एक दूसरे पर दृष्टि डालते हैं तो भी इस योग का निर्माण होता हैं तो आज हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

kundaliशास्त्रों के मुताबिक गज को भगवान श्री गणेश का प्रतीक माना गया हैं और वे बुद्धि के देवता माने जाते हैं इसलिए जिस जातक की कुंडली में यह योग होता हैं उसकी बौद्धिक क्षमता अच्छी होती हैं ज्योतिष अनुसार गज केसरी योग में जन्मे जातक में अहम नहीं होता हैं और इसके साथ ही उसमें सिंह के जैसी स्फूर्ति भी पाई जाती हैं इस योग में जन्मा जातक अपनी महत्वकांक्षओं को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम करने से नहीं चूकता हैं इसके साथ ही उसमें सिंह की तरह दूरदर्शिता भी देखी जाती हैं। 

kundaliजिन लोगों की कुंडली में गजकेसरी योग बनता हैं उन्हें कई स्त्रोतों से धन लाभ होता हैं गजकेसरी योग में जन्में लोगों में दूसरों को अपनी बातें समझाने और दूसरों की बातें समझने का गुण होता हैं ऐसे लोगों का स्वास्थ्य भी अधिक दुरुस्त रहता हैं। 

rashiऐसे लोगों को मिलता है मान सम्मान—
आपको बता दें कि इन जातकों की कुंडली में गजकेसरी योग बनता हैं वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन करने के लिए भी प्रयास करते हैं। ऐसे लोगों को समाज में खूब मान सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती हैं ऐसे लोग प्रशासनिक सेवाओं या राजनीति में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। ऐसे लोगों का पारिवारिक जीवन भी सुखमय बना रहता हैं।  

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