Surya Gochar 2025: मिथुन राशि में सूर्य के प्रवेश से इन 5 राशियों की चमकेगी किस्मत, जानिए किन्हें मिलेगा मन-सम्मान और करियर में तरक्की

15 जून 2025 को सुबह 6:52 बजे ग्रहों के राजा सूर्य वृषभ राशि से मिथुन राशि में गोचर कर चुके हैं। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा, आत्मविश्वास, मान-सम्मान और नेतृत्व का कारक माना जाता है। इस गोचर को मिथुन संक्रांति के नाम से जाना जाता है और करीब एक महीने यानी 16 जुलाई 2025 तक सूर्य मिथुन राशि में ही रहेंगे। मिथुन राशि में पहले से ही बुध और बृहस्पति मौजूद हैं। इससे त्रिग्रही योग, बुधादित्य राजयोग और भद्र राजयोग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं, जो कई राशियों के लिए लाभकारी रहेंगे।
सूर्य के मिथुन राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। मिथुन राशि बुध की राशि है, जो बुद्धि, संचार और व्यापार का प्रतीक है। सूर्य के इस गोचर के दौरान मिथुन राशि में बुध और बृहस्पति की युति त्रिग्रही योग बना रही है, जो करियर, धन और सामाजिक प्रतिष्ठा में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। बुध और सूर्य की युति से बनने वाला बुधादित्य राजयोग बौद्धिक और वाणी से जुड़े कार्यों में विशेष सफलता दिलाता है। आइए जानते हैं सूर्य का यह गोचर किन राशियों के लिए शुभ रहेगा और उनके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?
मिथुन
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का यह गोचर उनके लग्न भाव में होगा। यह भाव व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। यह गोचर मिथुन राशि वालों के लिए आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि करेगा। कार्यक्षेत्र में आपको नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं और आप अपनी नेतृत्व क्षमता से सभी को प्रभावित करेंगे। कारोबारियों के लिए नए सौदे या साझेदारी फायदेमंद रहेगी। प्रॉपर्टी या वाहन खरीदने के योग हैं। सामाजिक सम्मान में वृद्धि होगी और आप अपने विचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर पाएंगे। स्वास्थ्य में सुधार होगा और प्रेम जीवन मधुर होगा। उपाय: सूर्य देव को जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र का जाप करें।
सिंह
सिंह राशि के स्वामी स्वयं सूर्य हैं और यह गोचर सिंह राशि वालों के 11वें भाव को प्रभावित करेगा। सिंह राशि वालों के लिए यह समय आर्थिक उन्नति और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि का रहेगा। अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। नौकरी में पदोन्नति या वेतन वृद्धि के योग हैं। व्यापार में नए अवसर मिलेंगे और साझेदारी से लाभ होगा। सामाजिक और पारिवारिक जीवन में खुशियाँ रहेंगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। उपाय: सूर्य देव को जल चढ़ाएँ।
तुला
सूर्य के इस गोचर का प्रभाव तुला राशि वालों की कुंडली के नवम भाव पर पड़ेगा। यह भाव भाग्य, विदेश यात्रा और उच्च शिक्षा से संबंधित है। तुला राशि वालों के लिए यह समय बहुत शुभ रहेगा। इस दौरान रुके हुए काम पूरे होंगे और आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। विदेश यात्रा या विदेश से जुड़े कामों में आपको सफलता मिलेगी। नौकरी कर रहे लोगों को पदोन्नति या नए अवसर मिल सकते हैं। व्यापार में नए सौदे फायदेमंद रहेंगे। आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। परिवार और शिक्षकों से सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। उपाय: सूर्य देव को जल चढ़ाएँ और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
धनु
धनु राशि वालों के लिए यह गोचर सप्तम भाव को प्रभावित करेगा। यह भाव साझेदारी, विवाह और व्यापार से संबंधित है। यह गोचर धनु राशि वालों के लिए करियर और वैवाहिक जीवन में तरक्की के अवसर पैदा करेगा। साझेदारी में किए गए कामों से लाभ होगा। व्यापारियों को लंबी यात्राओं से लाभ हो सकता है। प्रेम और दांपत्य जीवन में मधुरता रहेगी। संतान की ओर से शुभ समाचार मिल सकता है। कार्यस्थल पर सहकर्मियों और वरिष्ठों से प्रशंसा मिलेगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन तनाव से बचें। उपाय: सूर्य देव की पूजा करें और लाल चंदन का तिलक लगाएं।
कुंभ राशि
सूर्य का यह गोचर कुंभ राशि वालों के पांचवें भाव को प्रभावित करेगा। यह भाव शिक्षा, संतान और प्रेम से संबंधित है। कुंभ राशि वालों के लिए यह गोचर शुभ रहेगा। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। प्रेम संबंधों में मधुरता बढ़ेगी और अविवाहित लोगों के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेगा। नौकरीपेशा लोगों को नए प्रोजेक्ट में सफलता मिलेगी। निवेश से लाभ के योग हैं। स्वास्थ्य में सुधार होगा। उपाय: सूर्य देव को जल चढ़ाएं और रविवार को गुड़ का दान करें।