Surya kavach path: भगवान सूर्यदेव की चाहिए कृपा, तो करें सूर्य कवच का पाठ
हिंदू धर्म में पूजा पाठ को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही सृष्टि के एकमात्र प्रत्यक्ष देव सूर्य को माना जाता हैं ऐसा कहा जाता हैं कि अगर सूर्य देव न हो तो धरती पर जीवन असंभव हो जाएगा। ऐसे में भगवान सूर्य देव की नियमित पूजा आराधना करने का विधान होता हैं
अगर पूरी विधि विधान और श्रद्धा भाव के साथ सूर्य भगवान की उपासना की जाए तो जातक के सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं मान्यताओं के मुताबिक हर दिन उगते हुए सूर्य को जल दिया जाए तो जातक के सभी संकट दूर हो जाते हैं इससे भाग्योदय भी होता हैं
अगर जातक सूर्यदेव की कृपा पाना चाहते हैं तो उसे नियमित रूप से सूर्य रक्षा कवच का पाठ करना चाहिए। इसका पाठ करने से जातक पर सूर्य भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती हैं सूर्य कवच पाठ से जातक को आरोग्य और मान सम्मान की भी प्राप्ति होती हैं। रोजाना भगवान सूर्यदेव को जल देने से भी लाभ मिलता हैं। तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं सूर्य कवचम पाठ।
सूर्य कवचम पाठ—
याज्ञवल्क्य उवाच—
श्रणुष्व मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचं शुभम्।
शरीरारोग्दं दिव्यं सव सौभाग्य दायकम्।1।
देदीप्यमान मुकुटं स्फुरन्मकर कुण्डलम।
ध्यात्वा सहस्त्रं किरणं स्तोत्र मेततु दीरयेत् ।2।
शिरों में भास्कर: पातु ललाट मेडमित दुति:।
नेत्रे दिनमणि: पातु श्रवणे वासरेश्वर: ।3।
ध्राणं धर्मं धृणि: पातु वदनं वेद वाहन:।
जिव्हां में मानद: पातु कण्ठं में सुर वन्दित: ।4।
सूर्य रक्षात्मकं स्तोत्रं लिखित्वा भूर्ज पत्रके।
दधाति य: करे तस्य वशगा: सर्व सिद्धय: ।5।
सुस्नातो यो जपेत् सम्यग्योधिते स्वस्थ: मानस:।
सरोग मुक्तो दीर्घायु सुखं पुष्टिं च विदंति ।6।

