Samachar Nama
×

सूर्य आरती के साथ करें अपने दिन की शुरुआत, पूरा दिन रहेगा फलदायी

www.samacharnama.com

ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता है। वही रविवार का दिन भगवान श्री सूर्यदेव की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है इस दिन भक्त भगवान की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि भगवान श्री सूर्य देव अगर किसी पर प्रसन्न हो जाए तो उसे जीवन में खूब तरक्की मिलती है साथ ही वह व्यक्ति हर क्षेत्र में सफलता को हासिल करता है और निरोगी जीवन जीता है।

Read suryadev aarti on Sunday puja 

ऐसे में अगर आप भी रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा कर रहे हैं और उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं तो इस दिन पूजा पाठ के दौरान भगवान सूर्यदेव की प्रिय आरती का पाठ जरूर करें माना जाता है कि पूजा के दौरान सूर्य आरती पढ़ने से पूजा सफल हो जाती है जिसका साधक को पूरा फल मिलता है साथ ही भगवान सूर्यदेव की कृपा से व्यक्ति हर क्षेत्र में सफलता का सुख प्राप्त करता है तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान सूर्यदेव की आरती। 

Read suryadev aarti on Sunday puja 

यहां पढ़ें सूर्यदेव की आरती-

ऊँ जय सूर्य भगवान,
जय हो दिनकर भगवान ।
जगत् के नेत्र स्वरूपा,
तुम हो त्रिगुण स्वरूपा ।
धरत सब ही तव ध्यान,
ऊँ जय सूर्य भगवान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

सारथी अरूण हैं प्रभु तुम,
श्वेत कमलधारी ।
तुम चार भुजाधारी ॥
अश्व हैं सात तुम्हारे,
कोटी किरण पसारे ।
तुम हो देव महान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

ऊषाकाल में जब तुम,
उदयाचल आते ।
सब तब दर्शन पाते ॥
फैलाते उजियारा,
जागता तब जग सारा ।
करे सब तब गुणगान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

संध्या में भुवनेश्वर,
अस्ताचल जाते ।
गोधन तब घर आते॥
गोधुली बेला में,
हर घर हर आंगन में ।
हो तव महिमा गान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

देव दनुज नर नारी,
ऋषि मुनिवर भजते ।
आदित्य हृदय जपते ॥
स्त्रोत ये मंगलकारी,
इसकी है रचना न्यारी ।
दे नव जीवनदान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

तुम हो त्रिकाल रचियता,
तुम जग के आधार ।
महिमा तब अपरम्पार ॥
प्राणों का सिंचन करके,
भक्तों को अपने देते ।
बल बृद्धि और ज्ञान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

Read suryadev aarti on Sunday puja 

भूचर जल चर खेचर,
सब के हो प्राण तुम्हीं ।
सब जीवों के प्राण तुम्हीं ॥
वेद पुराण बखाने,
धर्म सभी तुम्हें माने ।
तुम ही सर्व शक्तिमान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

पूजन करती दिशाएं,
पूजे दश दिक्पाल ।
तुम भुवनों के प्रतिपाल ॥
ऋतुएं तुम्हारी दासी,
तुम शाश्वत अविनाशी ।
शुभकारी अंशुमान ॥
॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥

ऊँ जय सूर्य भगवान,
जय हो दिनकर भगवान ।
जगत के नेत्र रूवरूपा,
तुम हो त्रिगुण स्वरूपा ॥
धरत सब ही तव ध्यान,
ऊँ जय सूर्य भगवान ॥

Read suryadev aarti on Sunday puja 

Share this story