संतोषी माता व्रत: नियमों का सख्ती से करें पालन, तभी मिलेगा पूर्ण फल
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हफ्ते का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता हैं। वही शुक्रवार का दिन देवी साधना के लिए उत्तम माना गया हैं इस दिन भक्त देवी मां को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं।

ऐसे में अगर आप आज शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत कर रहे हैं तो देवी मां की विधि विधान से पूजा अर्चना के साथ व्रती को कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। क्योंकि विधि पूर्वक और नियम पूर्वक अगर व्रत किया जाए तो इसका लाभ प्राप्त होता हैं। तो आज हम आपको संतोषी माता के व्रत पूजन से जुड़े नियमों के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं।

संतोषी माता व्रत के नियम—
संतोषी माता के व्रत में व्रतधारी को कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता हैं। साथ ही कुछ गलतियों को भी करने से बचना चाहिए। तभी माता की कृपा परिवार पर बरसती हैं। अगर आप संतोषी माता का व्रत पूजन कर रहे हैं तो ऐसे में भूलकर भी खट्टी चीजों का सेवन ना करें। इसके अलावा जो लोग फलाहार व्रत रख रहे हैं वे इस दिन खट्टे फल भी नहीं खाएं। ऐसा करने से देवी मां नाराज़ हो जाती हैं। अगर आप संतोषी माता का व्रत कर रहे हैं तो देवी मां को गुड़ और चने का भोग लगाएं। क्योंकि इसके बिना पूजा पूरी नहीं मानी जाती हैं।

इसके अलावा जिस घर में संतोषी माता का व्रत किया जाए वहां भूलकर भी मांस मदिरा का पान न करें। ना ही अन्य सदस्य खट्टी चीजों का सेवन करें ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती हैं। इस दिन किसी असहाय का अपमान नहीं करना चाहिए। वरना जीवनभर परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं आप चाहे तो इस दिन गरीबों और असहाय लोगों को दान दे सकते हैं। ज्योतिष अनुसार संतोषी माता का व्रत करने वालों को भूलकर भी देर तक नहीं सोना चाहिए। ऐसा करने से व्रत पूजा का फल प्राप्त नहीं होता हैं।


