Maa durga mantra: शुद्ध मन से करें मां दुर्गा के प्रभावशाली मंत्रों का पाठ, कष्टों का होगा निवारण
हिंदू धर्म में देवी उपासना को विशेष माना गया हैं ऐसा कहा जाता हैं कि महादेवी में ऊर्जा का महासंचार हैं। देवी की पूजा हर कष्ट से निवारण करती हैं माता की पूजा करने से जीवन में आ रही परेशानियां, बाधाएं और दिक्कते हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख में देवी की आराधना के कुछ मंत्र बताने जा रहे हैं जो भक्तों के मन की शांति और शक्ति का स्त्रोत बन सकते हैं तो आइए जानते हैं।
रोग नाशक मंत्र—
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता हाश्रयतां प्रयान्ति।
दारिद्रता नाश मंत्र—
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:। स्वस्थै स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।।
द्रारिद्र दु:ख भयहारिणि का त्वदन्या। सर्वोपकारकारणाय सदाह्यद्र्रचिता।।
ऐश्वर्य, सौभाग्य, आरोग्य, संपदा प्राप्ति एवं शत्रु भय मुक्ति-मोक्ष के लिए
ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग्य सम्पदः।
शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै॥
भयमुक्ति मंत्र—
सर्व स्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते,
भयेभ्यास्त्रहिनो देवी दुर्गे देवी नमोस्तुते।
स्वप्न में कार्य सिद्धि-असिद्धि जानने के लिए
दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थ साधिके।
मम सिद्घिमसिद्घिं वा स्वप्ने सर्व प्रदर्शय।।
सृष्टिस्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि! नमोऽस्तुते॥
जानिए अर्थ— दे देवी नारायणी, तुम सब तरह का मंगल प्रदान करने वाली मंगलमयी हो। कल्याणदाायिनी शिवा हो। सब पुरुषार्थों को सिद्ध करने वाली शरणागतवत्सला, तीन नेत्रों वाली और गौरी हो, तुम्हें नमस्कार हैं तुम सृष्टि पालन और संहार की शक्तिभूता सनातनी देवी, गुणों का आधार और सर्वगुणमयी हो। नारायणी तुम्हें नमस्कार हैं।
आपको बता दें कि देवी मां दुर्गा के प्रभावशाली मंत्रों का जाप करने से पहले जातक को शुद्ध और पवित्र होना होगा। पूरे मन से माता के इन मंत्रों का जाप करने से जातक की सभी कामनाएं पूरी होगी और कष्टों का निवारण भी हो जाएगा।

