ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हर किसी के जीवन में हस्तरेखा शास्त्र बेहद खास होता हैं हथेली की रेखाओं और विशेष चिह्नों से भविष्य का पता लगाया जाता है हस्तरेखा के अनुसार हथेली का चंद्र पर्वत मन का कारक है चंद्र पर्वत से जातक की मानसिक स्थिति का भी पता चलता है इसके अलावा इससे व्यक्ति की कल्पना शक्ति का भी पता चलता है हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार आज हम आपको बता रहे हैं कि हथेली का चंद्र पर्वत किस तरह जीवन को प्रभावित करता हैं तो आइए जानते हैं।

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ में चंद्र पर्वत मन का कारक होता है मन की एकाग्रता और व्यसन का पता भी चंद्र पर्वत से चलता है अगर हथेली में चंद्र पर्वत उभरा हुआ है तो यह अच्छा परिणाम देता है अगर ये बहुत उभरा हुआ है तो यह अशुभ परिणाम देता है हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार सामान्य स्थिति में ही चंद्र पर्वत को शुभ परिणाम देता है

वहीं दबा हुआ चंद्र पर्वत अशुभ माना जाता हैं। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार अगर चंद्र पर्वत पुष्ट है तो मन शांत रहता है साथ ही ऐसे लोगों का वैचारिक स्तर भी अच्छा होता है इसके अलावा ऐसे लोग दार्शनिक भी होते हैं साथ ही जिन लोगों का चंद्रमा बहुत अधिक अच्छा होता है उन्हें किसी घटना का पूर्व आकलन हो जाता हैं।

हथेली का चंद्र पर्वत अच्छा रहने पर जातक काम मं एकाग्रचित रहते हैं साथ ही ऐसे लोगों का माता से अच्छा संबंध रहता है इसके अलावा ऐसे लोग किसी तरह के व्यसनों में नहीं पड़ते हैं चंद्रमा अत्यधिक उच्च स्थिति में हो तो मन में बहुत अधिक विचार आते रहते हैं। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी चंद्रमा का अच्छा होना जरूरी माना जाता है जिन लोगों की हथेली में चंद्रमा शुभ होता है वे भगवान शिव के उपासक होते हैं साथ ही ऐसे लोगों को भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती हैं।


