ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार सोमवार का दिन शिव को समर्पित हैं विशेष रूप से अगर इस दिन पूरी आस्था से उनकी पूजा की जाए तो वह शिवभक्तों की पुकार सुनते हैं भक्त शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन बहुत सारी अलग अलग चीजे जैसे बिल्बपत्र, पुष्प, धतूरा, भांग आदि अर्पित करें

शिव पुराण के अनुसार अगर शमी के पेड़ के पत्तों को भी शिव पूजा में सम्मलित किया जाए तो शिव बहुत जल्दी प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामना को पूर्ण कर देते हैं और उनके भक्तों को मोक्ष भी प्राप्त होता हैं, तो आज हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।

सोमवार को स्नान करके शिव मंदिर में जाकर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके तांबे के पात्र में गंगाजल सफेद चंदन, चावल आदि मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें। अभिषेक करते समय 'ऊं नमः शिवाय' मंत्र का उच्चारण करें। जब अभिषेक कर लें, तब शिव जी को बिल्व पत्र, सफेद वस्त्र, जनेउ, चावल, प्रसाद के साथ शमी के पत्ते भी अर्पित करें। शमी के पत्ते अर्पित करके समय हो सके तो इस मंत्रका उच्चारण जरूर करें।
अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च।
दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।

शमी पत्र अर्पित करने के उपरांत शिव जी की धूप, दीपक और कपूर से आरती करें। मायता है कि घर में शमी का पेड़ लगाने से देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख समृद्धि का आगमन होता है साथ ही यह पेड़ शनि के कोप से भी बचाता है शमी का पेड़ घर की उत्तर दिशा या ईशान कोण में लगाना लाभकारी माना जाता है लेकिन इस दिशा में इसे गमले में लाना चाहिए जमीन में लगा रहे हैं तो दक्षिण दिशा में लगा सकते हैं मान्यता अनुसार अगर नियमित रूप से शमी पेड़ की पूजा की जाए और इसके नीचे सरसों तेल का दीक जलाया जाए तो घर पर शिव कृपा बनी रहती हैं और शनिजन्य दोष से मुक्ति मिलती हैं।


