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Maha shivaratri: महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम, भगवान भोलेनाथ की बनी रहेगी कृपा

हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही फाल्गुन मास शिव को समर्पित होता हैं शास्त्र अनुसार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता हैं वैसे तो हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती हैं ऐसे ही मान्यता है कि फाल्गुन मास की शिवरात्रि के
Maha shivaratri: महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम, भगवान भोलेनाथ की बनी रहेगी कृपा

हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों को विशेष महत्व दिया जाता हैं वही फाल्गुन मास शिव को समर्पित होता हैं शास्त्र अनुसार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता हैं वैसे तो हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती हैं ऐसे ही मान्यता है कि फाल्गुन मास की शिवरात्रि के दिन शिव और मां पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।Maha shivaratri: महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम, भगवान भोलेनाथ की बनी रहेगी कृपा मान्यताओं के मुताबिक सृष्टि के आरंभ और सृष्टि के अंत में शिव इसी तिथि को डमरु बजा कर सृष्टि का निर्माण करते हैं और तांडव कर सृष्टि का संहार करते हैं। भगवान शिव को आशुतोष भी कहा जाता हैं वे शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव हैं। तो आज हम आपको महाशिवरात्रि पर्व से जुड़ी बातें बताने जा रहे हैं और इस दिन किन कार्यों को करना चाहिए इसके बारे में भी बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।Maha shivaratri: महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम, भगवान भोलेनाथ की बनी रहेगी कृपा

आपको बता दें कि इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार 11 मार्च को हैं अगर इस दिन फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी हैं किंतु त्रयोदशी दोपहर 2:40 बजे तक है। निशीथव्यापिनी चतुर्दशी होने के कारण चतुर्दशी का व्रत और पूजन 11 फरवरी को सर्वमान्य होगा। शिवरात्रि व्रत करते समय कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए। Maha shivaratri: महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम, भगवान भोलेनाथ की बनी रहेगी कृपाप्रात: काल स्नानादि से निवृत्त होकर घर में अथवा मंदिर जाकर भगवान शिव के दर्शन करें। ओम् नम: शिवाय का जाप करते हुए शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें। पूरे दिन सत्याचरण, संयमित व्यवहार और शुभ आचरण करें।Maha shivaratri: महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम, भगवान भोलेनाथ की बनी रहेगी कृपा

रात्रि को सामूहिक रूप से अथवा अपने घरों में शिव के गुणगान करें। रुद्राभिषेक, महा रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप, भजन और गीत अदि के साथ रात्रि जागरण करने का विधान होता हैं। अगले दिन व्रत का परायण किय जाता हैं।Maha shivaratri: महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम, भगवान भोलेनाथ की बनी रहेगी कृपा

 

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