Maa durga 108 names: नवरात्रि में करें मां दुर्गा के 108 नामों का जाप, दूर होंगी हर परेशानी
अभी नवरात्रि का पावन त्योहार चल रहा हैं। यह पर्व हिंदू धर्म में बहुत ही खास माना जाता हैं नवरात्रि पूरे नौ दिनों तक मनाई जाती हैं नौ दिनों में देवी मां दुर्गा के नौ अलग अलग रूपों की पूजा आराधना की जाती हैं लोग पूरे विधि विधान के साथ मां दुर्गा की पूजा करते हैं घर में चौकी लगाते हैं और कलश स्थापना भी करते हैं
मान्यता है कि जो भी भक्त माता रानी की सच्चे मन और भाव से पूजा करता हैं उनपर देवी मां की कृपा बनी रहती हैं नवरात्रि में मां दुर्गा के सभी रूपों की विधिवत पूजा करनी चाहिए। तो आज हम आपको देवी मां दुर्गा के 108 नामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका जाप करके आपकी सभी परेशानियों का अंत हो जायेंगा तो आइए जानते हैं।
मां दुर्गा भगवान शिव की पत्नी पार्वती का ही स्वरूप हैं भक्त नवरात्रि के दौरान मां को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के जतन करते हैं मगर कई बार ऐसा होता हैं कि लोग व्यस्तता के चलते विधि पूर्वक पूजा नहीं कर पाते हैं ऐसे में वो मात्र मां दुर्गा के 108 नाम का जाप कर सकते हैं ऐसा करने से देवी मां प्रसन्न हो जाती हैं और भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्रदान करती हैं
यहां पढ़ें मां दुर्गा के 108 नाम—
सती, साध्वी, भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, आर्या, दुर्गा, जया, आद्या, त्रिनेत्रा, शूलधारिणी, पिनाकधारिणी, चित्रा, चंद्रघंटा, महातपा, मन, बुद्धि, अहंकारा, चित्तरूपा, चिता, चिति, सर्वमंत्रमयी, सत्ता, सत्यानंदस्वरुपिणी, अनंता, भाविनी, भव्या, अभव्या, सदागति, शाम्भवी, देवमाता, चिंता, रत्नप्रिया, सर्वविद्या, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा, अनेकवर्णा, पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, कलमंजरीरंजिनी, अमेयविक्रमा, क्रूरा, सुंदरी, सुरसुंदरी, वनदुर्गा, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, ब्राह्मी, माहेश्वरी, ऐंद्री, कौमारी, वैष्णवी, चामुंडा, वाराही, लक्ष्मी, पुरुषाकृति, विमला, उत्कर्षिनी, ज्ञाना, क्रिया, नित्या, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया, सर्ववाहनवाहना, निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, चंडमुंडविनाशिनी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, अनेकशस्त्रहस्ता, अनेकास्त्रधारिणी, कुमारी, एककन्या, कैशोरी, युवती, यति, अप्रौढ़ा, प्रौढ़ा, वृद्धमाता, बलप्रदा, महोदरी, मुक्तकेशी, घोररूपा, महाबला, अग्निज्वाला, रौद्रमुखी, कालरात्रि, तपस्विनी, नारायणी, भद्रकाली, विष्णुमाया, जलोदरी, शिवदुती, कराली, अनंता, परमेश्वरी, कात्यायनी, सावित्री, प्रत्यक्षा और ब्रह्मावादिनी।

