अगर घर में रखा हैं शालिग्राम तो जान लें इससे जुड़े कुछ नियम, वरना बर्बाद हो जाएगी जिंदगी
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में पूजा पाठ को विशेष माना गया हैं वही शालिग्राम को भगवान विष्णु का ही स्वरूप माना जाता हैं इसकी पूजा में विशेष सावधानी रखनी चाहिए। काले रंग का गोल और चिकना दिखने वाले पत्थर को शालिग्राम के रूप में जाना जाता हैं जिस घर में यह मौजूद होता हैं

वहां विष्णु की विशेष कृपा रहती हैं साथ ही घर में खुशहाली भी बनी रहती हैं शालीग्राम की पूजा में विशेष सतर्कता बरतना चाहिए वरना दोष लगता हैं इतना ही नहीं इस दोष से खुशहाल जीवन भी बर्बाद हो जाती हैं अगर आप भी अपने घर में शालिग्राम रखें हैं तो कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखें, तो आज हम आपको उन्हीं के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।

शालिग्राम के केवल अपनी मेहनत की कमाई से खरीदकर घर में रखना चाहिए इसे न तो किसी शादीशुदा व्यक्ति से लेना चाहिए और न ही किसी गृहस्थ को देना चाहिए अगर कोई संत या पंडित इसे दे तो लेकर घर में रख सकते हैं अगर घर में शालिग्राम है और इसे पवित्रता से नहीं रख पा रहे हैं

तो किसी मंदिर में या किसी नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए वरना घर से खुशहाली हमेशा के लिए चली जाती हैं शालिग्राम पर अक्षत चढ़ाना निषेध माना गया हैं इसलिए इस पर अक्षत नहीं चढ़ाएं। विशेष स्थिति में अक्षत को पीले रंग से रंगकर ही चढ़ाएं।

शालिग्राम की पूजा नियमित तौर पर करनी चाहिए शालिग्राम भगवान की पूजा का क्रम टूटने से अशुभ प्रभाव पड़ता हैं शालिग्राम की पूजा में तुलसी के पत्तों का प्रयोग जरूर करना चाहिए। मूर्तियों की पूजा की परंपरा बहुत पुरानी हैं मूर्ति पूजा से पहले प्रतीक के तौर पर शिवलिंग, शंख, शालिगाम की पूजा की जाती थी। शालिग्राम भी शिवलिंग की तरह ही दुर्लभ हैं। यह अधिकांश रूप से नेपाल में मिलता हैं। नेपाल का मुक्तिनाथ इलाका, काली गण्डकी नदी का इलाका इसके लिए प्रसिद्ध हैं नेपाल के मुक्तिनाथ में शालिग्राम मंदिर भी हैं।


