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अगर अक्सर रहती है जेब खाली, तो चावल के दाने बनाएंगे आपको मालामाल

Akshat worship and remedies benefits of rice in puja

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में चावल यानी अक्षत को बहुत ही पवित्र माना गया हैं अक्षत के बिना पूजा पाठ और धार्मिक कार्यक्रम पूर्ण नहीं होता हैं अगर पूजा में किसी सामग्री की कमी हो जाती हैं तो उस सामग्री का ध्यान करते हुए अक्षत चढ़ाया जा सकता हैं शिव की पूजा में उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है इसी तरह श्री गणेश को तुलसी अर्पित करना निषेध माना गया हैं देवी मां दुर्गा को दूर्वा नहीं अर्पित किया जाता हैं लेकिर अक्षत हर देवी देवता को अर्पित कर सकते हैं तो आज हम आपको चावल से जुड़े उपाय बता रहे हैं जो आपको मालामाल बना सकते हैं तो आइए जानते हैं। 
 Akshat worship and remedies benefits of rice in puja
धर्म शास्त्र के अनुसार टूटे हुए चावल किसी भी देवी या देवता को नहीं चढ़ाना चाहिए अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना गया है इसलिए खंडित चावल किसी भी स्थिति में नहीं चढ़ाना चाहिए भगवान की पूजा में इस्तेमाल किए जाने वाले सभी अक्षत अखंडित होना चाहिए रोजाना चावल के पांच दाने चढ़ाने से धन में वृद्धि होती हैं।

Akshat worship and remedies benefits of rice in puja

शिवलिंग पर चावल अर्पित करने से शिव प्रसन्न होते हैं इसके अलावा शिव को साफ और बिना टूटे चावल चढ़ाना चाहिए शिव भक्तों को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं साथ ही मान सम्मान, पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होती हैं घर में देवी मां अन्नपूर्णा को चावल की ढेर पर स्थापित करना चाहिए इससे घर में धन और वैभव की कमी नहीं रहती हैं। 

Akshat worship and remedies benefits of rice in puja

अन्न में अक्षत को सबसे उत्तम माना गया हैं साथ ही इसे देवताओं का अन्न भी कहा जाता हैं जो व्यक्ति अक्षत को कुमकुम के साथ मिलाकर भगवान को चढ़ाता है उसकी पूजा स्वीकार की जाती हैं और भगवान का अखंड आशीर्वाद मिलता हैं। पूजा में अक्षत इसलिए चढ़ाया जाता है जिससे पूजा अक्षत की तरह पूरी हो सके। अन्न में श्रेष्ठ होने के कारण इसे भगवान को चढ़ाते वक्त मन यही भाव आना चाहिए कि जो कुछ भी मिल रहा है वो भगवान की कृपा से ही संभव हुआ हैं। 
 

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