4 अगस्त को इन 4 राशियों के लिए मुसीबतों की घंटी! जरा सी लापरवाही से उठाना पड़ सकता है बड़ा नुकसान, जाने बचने के उपाय
4 अगस्त 2025 को सावन माह का आखिरी सोमवार है। यह दिन कुछ राशियों के लिए ठीक नहीं रहेगा। इस दिन दशमी तिथि सुबह 11:41 बजे तक रहेगी, फिर पुत्रदा एकादशी शुरू हो जाएगी। अनुराधा नक्षत्र सुबह 9:12 बजे तक रहेगा, उसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र शुरू हो जाएगा। ब्रह्म योग सुबह 7:05 बजे तक रहेगा, फिर इंद्र योग शुरू हो जाएगा। करण गर सुबह 11:41 बजे तक रहेगा, उसके बाद वणिज करण शुरू हो जाएगा। ग्रहों की बात करें तो वृश्चिक राशि में चंद्रमा, कर्क राशि में सूर्य और बुध की युति बुधादित्य योग बनाएगी। बृहस्पति और शुक्र मिथुन राशि में रहेंगे। केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में, मंगल कन्या राशि में और शनि मीन राशि में रहेंगे। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए यह दिन तनावपूर्ण स्थिति पैदा करेगा और इससे मुक्ति पाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए?
कर्क
आपके लिए सूर्य और बुध की युति पंचम भाव में रहेगी, जिससे बुधादित्य योग बनेगा लेकिन चंद्रमा का वृश्चिक राशि में होना आपके लिए मानसिक तनाव या चिंता का कारण बन सकता है। संतान संबंधी चिंताएँ, पढ़ाई में रुकावट या प्रेम संबंधों में ग़लतफ़हमी हो सकती है। इस दिन कोई भी जोखिम भरा निवेश न करें। उपाय: माँ दुर्गा को लाल पुष्प अर्पित करें और 'ॐ दुं दुर्गाये नमः' मंत्र का 11 बार जाप करें।
वृश्चिक
आज के दिन चंद्रमा आपकी राशि में रहेगा, जो आपके प्रथम भाव को प्रभावित करेगा। अनुराधा और ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रभाव से आपका मन अशांत रह सकता है और जल्दबाजी में लिए गए निर्णय गलत हो सकते हैं। भावनात्मक अस्थिरता, रिश्तों में तनाव या ग़लतफ़हमी हो सकती है। नौकरी या व्यवसाय में भी छोटी-मोटी रुकावटें आ सकती हैं। उपाय: सुबह स्नान के बाद भगवान शिव को जल चढ़ाएँ और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 21 बार जाप करें।
कुंभ राशि
चंद्रमा आपकी राशि के दशम भाव में और राहु कुंभ राशि में रहेगा। इससे नौकरी या व्यवसाय में अचानक बाधाएँ आ सकती हैं, बॉस या सहकर्मियों के साथ तनाव या ग़लतफ़हमी हो सकती है। इंद्र योग के बावजूद, जल्दबाजी में लिया गया कोई भी बड़ा फ़ैसला नुकसानदेह हो सकता है। उपाय: किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को काले तिल या काला कपड़ा दान करें।
मीन
आपके लिए चंद्रमा नवम भाव में रहेगा और शनि आपकी राशि में रहेगा। इसके कारण भाग्य संबंधी कार्यों में बाधाएँ, यात्रा में परेशानी या परिवार में तनाव हो सकता है। अनुराधा नक्षत्र का प्रभाव आपको भावुक बना सकता है, जिससे गलत निर्णय लेने की संभावना है। उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमानजी को सिंदूर चढ़ाएँ।

