आज ग्रहों की चाल इन 4 राशियों के लिए ला सकती है बड़ी समस्या, जाने किसे फूंक-फूंकार रखना होगा हर कदम और रक्षा उपाय
8 अगस्त 2025 को सावन माह की चतुर्दशी तिथि दोपहर 2:12 बजे तक रहेगी, जिसके बाद पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी। चतुर्दशी तिथि कुछ कार्यों के लिए अशुभ मानी जाती है, जबकि पूर्णिमा सकारात्मक होती है। नक्षत्र की बात करें तो उत्तराषाढ़ा नक्षत्र दोपहर 2:28 बजे तक रहेगा, जो स्थिरता और महत्वाकांक्षी कार्यों के लिए अनुकूल है। इसके बाद श्रवण नक्षत्र प्रारंभ होगा, जो शांति और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देता है। आयुष्मान योग दिन भर रहेगा, जो स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए शुभ है। वणिज करण दोपहर 2:12 बजे तक रहेगा, और इसके बाद विष्टि करण (भद्रा) प्रारंभ होगा, जो कुछ कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
ग्रहों की स्थिति में, चंद्रमा मकर राशि में रहेगा, जो शनि के प्रभाव में भावनात्मक गंभीरता लाता है। सूर्य और बुध कर्क राशि में रहेंगे, जहाँ सूर्य की नीच स्थिति आत्मविश्वास में कमी ला सकती है और बुध संचार में भावुकता बढ़ाएगा। मिथुन राशि में शुक्र और बृहस्पति बौद्धिक और सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगे, लेकिन प्रेम और आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव संभव है। मीन राशि में शनि दीर्घकालिक योजना और आध्यात्मिकता में सहयोग देगा।
कुंभ राशि में राहु और सिंह राशि में केतु भ्रम या अप्रत्याशित परिवर्तन ला सकते हैं। कन्या राशि में मंगल विश्लेषणात्मक कार्य को बढ़ावा देगा, लेकिन क्रोध या विवाद की स्थिति भी पैदा कर सकता है। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए यह दिन ठीक नहीं रहेगा और दिन को अच्छा बनाने के लिए क्या उपाय करें?
कर्क राशि
सूर्य और बुध के कर्क राशि में होने से आत्मविश्वास की कमी और निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति बन सकती है। चंद्रमा का मकर राशि में होना वैवाहिक जीवन या साझेदारी में तनाव ला सकता है। कार्यक्षेत्र में असमंजस और स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की संभावना है। विष्टि करण का प्रभाव दिन के उत्तरार्ध में चुनौतियों को बढ़ा सकता है। उपाय: सुबह तांबे के लोटे से सूर्य को जल अर्पित करें और 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' मंत्र का 11 बार जाप करें।
सिंह राशि
केतु का सिंह राशि में होना आत्मविश्वास और व्यक्तिगत मामलों में असमंजस की स्थिति पैदा कर सकता है। चंद्रमा का मकर राशि में होना शत्रुओं या स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकता है। कार्यक्षेत्र में विरोध और छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं संभव हैं। उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि में चंद्रमा भावनात्मक गंभीरता और ज़िम्मेदारियों का दबाव बढ़ा सकता है। मीन राशि में शनि संचार या छोटी यात्राओं में बाधाएँ पैदा कर सकता है। विष्टि करण दिन के उत्तरार्ध में मानसिक तनाव और कार्यों में देरी ला सकता है। छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएँ भी हो सकती हैं। उपाय: हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि में राहु भ्रम, अनिश्चितता और अप्रत्याशित घटनाओं का कारण बन सकता है। मकर राशि में चंद्रमा ख़र्चों और मानसिक अशांति को बढ़ा सकता है। आर्थिक निर्णय लेते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य में गिरावट भी संभव है। उपाय: किसी मंदिर या किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को काले तिल और गुड़ दान करें।

