सावधान! आज इन 4 राशियों को ग्रहों की चाल कर सकती है परेशान, जानिए किन्हें रहना होगा सतर्क और रक्षा उपाय ?
11 अगस्त 2025 को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि प्रातः 10:33 बजे तक रहेगी, उसके बाद तृतीया तिथि प्रारंभ होगी। शतभिषा नक्षत्र दोपहर 1:00 बजे तक रहेगा, तत्पश्चात पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र प्रारंभ होगा। अतिगंड योग रात्रि 9:34 बजे तक रहेगा, तत्पश्चात शुक्र योग प्रारंभ होगा। गर करण प्रातः 10:33 बजे तक रहेगा, तत्पश्चात वणिज करण रात्रि 9:38 बजे तक रहेगा, और इसके बाद विष्टि (भद्रा) करण प्रारंभ होगा। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा और राहु कुंभ राशि में, शुक्र और बृहस्पति मिथुन राशि में, सूर्य और बुध कर्क राशि में, मंगल कन्या राशि में, केतु सिंह राशि में और शनि मीन राशि में रहेंगे।
शतभिषा नक्षत्र, जो राहु के प्रभाव में है, और अतिगंड योग की उपस्थिति दिन की शुरुआत में कुछ राशियों के लिए चुनौतियाँ लेकर आ सकती है। कुंभ राशि में चंद्रमा और राहु की युति मानसिक तनाव और उलझन पैदा कर सकती है। अतिगंड योग और विष्टि करण के प्रभाव से निर्णय लेने में सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए यह दिन चुनौतीपूर्ण हो सकता है। साथ ही, इस दिन को बेहतर बनाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।
कर्क
कर्क राशि में सूर्य और बुध की युति आत्मविश्वास देगी, लेकिन चंद्रमा का राहु के साथ अष्टम भाव में होना भावनात्मक अस्थिरता ला सकता है। अतिगंड योग के कारण कार्यों में देरी या रुकावटें आ सकती हैं। स्वास्थ्य के मामले में पेट या त्वचा संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। जोखिम भरे निवेश या वाद-विवाद से बचना चाहिए। उपाय: सुबह तांबे के बर्तन में जल, गुड़ और लाल फूल लेकर सूर्य को अर्घ्य दें।
सिंह
सिंह राशि में केतु की उपस्थिति और चंद्रमा का राहु के साथ सप्तम भाव में होना रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है। वैवाहिक जीवन या साझेदारी में गलतफहमियां हो सकती हैं। अतिगंड योग और विष्टि करण के प्रभाव से व्यावसायिक निर्णय लेने या नई परियोजनाओं को शुरू करने में सावधानी बरतनी होगी। वाद-विवाद से बचें और धैर्य रखें। उपाय: गणेश जी को 11 दूर्वा चढ़ाएँ और 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि में चंद्रमा और राहु की युति मानसिक तनाव और उलझन का कारण बन सकती है। शतभिषा नक्षत्र और अतिगंड योग के प्रभाव से निर्णय लेने में गलतियाँ हो सकती हैं। नौकरी या व्यवसाय में अचानक बाधाएँ आ सकती हैं और परिवार में छोटी-मोटी गलतफहमियाँ हो सकती हैं। भावनाओं पर नियंत्रण रखना और जल्दबाज़ी में बड़े फैसले न लेना ज़रूरी होगा। उपाय: सुबह स्नान के बाद 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मीन राशि
मीन राशि में शनि की उपस्थिति और चंद्रमा का राहु के साथ द्वादश भाव में होना खर्चों में वृद्धि और मानसिक चिंता का कारण बन सकता है। शतभिषा नक्षत्र और अतिगंड योग के प्रभाव से कार्यों में बाधाएँ आ सकती हैं। नींद से जुड़ी समस्याएँ या तनाव आपको परेशान कर सकते हैं। बेहतर होगा कि बड़े खर्चों या यात्रा की योजनाओं से बचें। उपाय: शनि के प्रभाव को कम करने के लिए किसी जरूरतमंद व्यक्ति को काले तिल या काला कपड़ा दान करें और 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का 21 बार जाप करें।

