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सावधान! इन 5 राशियों को मिल सकता है बड़ा धोखा, रिश्तों और पैसों के मामलों में रहें बेहद सतर्क

सावधान! इन 5 राशियों को मिल सकता है बड़ा धोखा, रिश्तों और पैसों के मामलों में रहें बेहद सतर्क

गुरुवार, 7 अगस्त 2025 को सावन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि दोपहर 2:27 बजे तक रहेगी, उसके बाद चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होगी। इस दिन पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र दोपहर 2:01 बजे तक रहेगा, उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का प्रभाव प्रारंभ होगा। संघर्ष और बाधाओं का प्रतीक विष्कंभ योग सुबह 6:43 बजे तक रहेगा, जिसके बाद प्रीति योग का शुभ प्रभाव दिन को संतुलित करेगा। तैतिल करण दोपहर 2:27 बजे तक रहेगा, उसके बाद गर करण प्रारंभ होगा, जो कार्यों में स्थिरता प्रदान करेगा।

ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा दिन भर धनु राशि में भ्रमण करेगा और रात 8:11 बजे मकर राशि में प्रवेश करेगा। राहु कुंभ राशि में और केतु सिंह राशि में अपनी उपस्थिति बनाए रखेंगे। सूर्य और बुध कर्क राशि में युति बनाएंगे, जो बुद्धि और आत्मविश्वास को प्रभावित करेगा। बृहस्पति और शुक्र मिथुन राशि में युति करेंगे, जिससे भावनात्मक और आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव आएंगे। शनि मीन राशि में न्याय और कर्म के सिद्धांतों को प्रभावित करेगा, जबकि मंगल कन्या राशि में ऊर्जा और परिश्रम को बल देगा। आइए जानते हैं कि 7 अगस्त का दिन किन राशियों के लिए अशुभ रहेगा और इस दिन के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए?

मेष राशि
कन्या राशि में मंगल का छठे भाव में होना मेष राशि वालों के लिए स्वास्थ्य और शत्रु संबंधी समस्याएँ लेकर आ सकता है। रात्रि में चंद्रमा का मकर राशि में गोचर कार्यक्षेत्र और सामाजिक जीवन में तनाव बढ़ा सकता है। विष्कंभ योग के कारण सुबह के समय निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। इस दिन मेष राशि वालों को धैर्य रखने और विवादों से बचने की सलाह दी जाती है। उपाय: हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करें।

कर्क राशि
कर्क राशि के लग्न में सूर्य और बुध की युति आत्मविश्वास की कमी और मानसिक उलझन पैदा कर सकती है। विष्कंभ योग के कारण सुबह के समय कार्यों में बाधाएँ आ सकती हैं। चंद्रमा का धनु राशि में होना और फिर मकर राशि में गोचर करना भावनात्मक अस्थिरता ला सकता है। इस दिन कर्क राशि वालों को जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचना चाहिए। उपाय: भगवान शिव को गंगाजल अर्पित करें।

तुला
कन्या राशि में मंगल का बारहवें भाव में होना तुला राशि वालों के लिए अनावश्यक खर्च और मानसिक अशांति का कारण बन सकता है। रात्रि में चंद्रमा का मकर राशि में गोचर पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में तनाव ला सकता है। मिथुन राशि में शुक्र और बृहस्पति की युति आर्थिक मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उपाय: देवी लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाएँ।

मकर राशि
रात्रि 8:11 बजे चंद्रमा का मकर राशि में प्रवेश और शनि का मीन राशि में होना इस राशि के लिए स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में चुनौतियाँ ला सकता है। विष्कम्भ योग सुबह के समय मानसिक तनाव और काम में देरी का कारण बन सकता है। मकर राशि वालों को आज के दिन अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करना होगा और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा। उपाय: शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएँ।

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