ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ता है। अभी चैत्र मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को दर्श अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है। जो कि पितरों के लिए विशेष दिन होता है इस दिन लोग अपने पूर्वजों का तर्पण करते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है।

इस साल दर्श अमावस्या 29 मार्च यानी आज मनाई जा रही है। इस दिन पितरों का श्राद्ध तर्पण करना लाभकारी होगा। ऐसे में दर्श अमावस्या की शाम अगर कुछ उपायों को किया जाए तो पितृदोष से छुटकारा मिलता है और कष्ट दूर हो जाते हैं तो आज हम आपको इन्हीं उपायों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।

अमावस्या की शाम करें ये काम—
ज्योतिष अनुसार अगर आप पितृदोष से परेशान है तो सफेद रंग के वस्त्र में जटा वाला नारियल, थोड़ा चावल, थोड़ी चीनी और आटा रख लें। इसके बाद 21 रूपए रखकर उस कपड़े को अच्छी तरह से बांध दें। अब घर की सभी दीवारों पर इस पोटली को टच कराएं। इसके बाद बहते जल में इसे प्रवाहित कर दें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से पितृदोष दूर हो जाता है और पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है।

अमावस्या की शाम को पीपल के पेड़ के पास जाएं। अब सूरज ढलने के दौरान पेड़ के 5 पत्ते तोड़कर पत्तों को सामने बिछा दें। इसके बाद पत्तों पर पांच अलग अलग तरह की मिठाई रख कर। सामने पंचमुखी दीपक जलाएं। अब आसन मुद्रा में बैठकर अपनी जो भी इच्छाएं है उनकी पूर्ति के लिए भगवान से प्रार्थना करें। माना जाता है कि ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।


