कुंडली से जान सकते हैं कैसा होगा आपका ससुराल
जयपुर । ज्योतिषियो के अनुसार कुंडली के 12 भाव हमारे जीवन के कई सारे कारक से संबंध रखता हैं। इसके साथ ही कुंडली का सप्तम भाव व्यक्ति के विवाह, जीवन साथी, ससुराल, धन प्राप्ति, विदेश यात्रा आदि बातों के लिए जाना जाता है। इन भाव को देखने से इन सब बातों का पता लगता है।
जयपुर । ज्योतिषियो के अनुसार कुंडली के 12 भाव हमारे जीवन के कई सारे कारक से संबंध रखता हैं। इसके साथ ही कुंडली का सप्तम भाव व्यक्ति के विवाह, जीवन साथी, ससुराल, धन प्राप्ति, विदेश यात्रा आदि बातों के लिए जाना जाता है। इन भाव को देखने से इन सब बातों का पता लगता है। आज हम इस लेख में कुंडली के सप्तम भाव के आधार पर जाना जा सकता है कि किसी भी व्यक्ति का वैवाहिक जीवन कैसा हो सकता है।

- किसी व्यक्ति की कुंडली अगर कुंभ लग्न की है और सूर्य पर शुभ ग्रहों की दृष्टि पड रही है तो ऐसी लड़की का विवाह अमीर घराने में होता है। उसे शादी के बाद सारे सुख मिलते हैं।
- अगर किसी की कुंडली के सप्तम भाव में वृष राशि व शुक्र, चंद्र एक ही राशि में होने से व्यक्ति को सुंदर जीवन साथी मिलता है। इसके साथ ही ऐसी कुड़ली वालों को बेहद प्यार करने वाला साथी मिलता है।

- सप्तम भाव का स्वामी, शुक्र पर चतुर्थ भाव के स्वामी और चंद्र से प्रभावित हो तो व्यक्ति का विवाह अपने ननिहाल के किसी रिश्तेदार से होता है। यानी ऐसे में विवाह जान पहचान में होती है।
- सप्तम भाव के स्वामी पर अगर शुभ ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो और इसके साथ ही शुक्र अपनी उच्च राशि में है तो ऐसे लोगो का विवाह 8, 19 या 20 की उम्र में होती है।

- सप्तम भाव का स्वामी और लग्न भाव का स्वामी में अगर राशि परिवर्तन के योग बन रहें है तो ऐसी स्थिित में व्यक्ति का विवाह कम उम्र में ही हो जाता है।

