ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: महाभारत काल में कई ऐसे महान पात्र है जो आज भी लोगों की ज़ुबान पर है उन्हीं में से एक भीष्म पितामाह भी है जिन्होंने युधिष्ठर से मानव जीवन से जुड़ी कई अहम बातों का जिक्र किया है महाभारत के अनुशासन पर्व में भीष्म पितामाह ने युधिष्ठर को अनेक ऐसे कार्य बताएं है जिन्हें करने से मानव की आयु कम हो जाती है तो आगे हम ऐसे ही कार्यों के बारे में आपको बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
भीष्म पितामाह के अनुसार जो व्यक्ति बार बार अपने नाखून को चबाता है और हमेशा अशुद्ध बना रहता है उसकी जल्द ही मृत्यु हो जाती हैं इसके अलावा जो लोग रात को दही और सत्तू खाते हैं वे भी असमय ही मारे जाते हैं ऐसे में ऐसा करने से बचना चाहिए। इसके अलावा जो मनुष्य मैले दर्पण में अपना मुख देखता है और गर्भवती महिला के साथ समागम करता है टूटी या ढीली खाट पर सोता है वह मनुष्य भी शीघ्र यमराज के दर्शन करता है।
गलती से भी सिर पर तेल लगाने के बाद उसी हाथ से दूसरे अंगों को नहीं छूना चाहिए इसके अलावा न तो जूठे मुंह से पढ़ना चाहिए और न ही किसी को पढ़ाना चाहिए माना जाता है कि ऐसा करने से आयु कम हो जाती है। नंगे बदन नहाने और सोने वाले तथा अपवित्र अवस्था में सोने वाले मनुष्यों की मृत्यु भी शीघ्र हो जाती है। इसके साथ ही शाम के वक्त सोने वाले लोग भी जल्द ही मृत्यु को प्राप्त करते हैं।