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'ये क्या कर दिया रे....' ट्रंप ने तो अमेरिका को ही लगा दिया दांव पर, अमेरिका पर इतना क़र्ज़ कि आंकड़े देख उड़ जाएंगे होश 

 

अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया के तमाम देशों पर लगातार मनमाने टैरिफ लगाकर उन्हें डरा रहे हैं। लेकिन, दूसरी ओर, अमेरिकी अर्थव्यवस्था खुद संकट में नज़र आ रही है। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि अमेरिकी वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट में पेश अमेरिका पर कर्ज के आंकड़े इस ओर इशारा कर रहे हैं। दरअसल, अमेरिकी सरकार का सकल राष्ट्रीय ऋण 37 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है। खास बात यह है कि हर पाँच महीने में अमेरिकी कर्ज में 1 ट्रिलियन डॉलर की भारी बढ़ोतरी हो रही है।

अमेरिका की कर्ज दर उम्मीद से तेज़

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका पर 37 ट्रिलियन डॉलर के कर्ज का यह आंकड़ा एक रिकॉर्ड स्तर है, जो पहले जताई जा रही आशंकाओं से कहीं ज़्यादा है। अमेरिकी कर्ज से जुड़ी यह ताज़ा जानकारी मंगलवार को जारी अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की ताज़ा रिपोर्ट में पेश की गई है। अमेरिका पर कर्ज जिस तेज़ी से बढ़ रहा है, उसने पुराने सभी अनुमानों को फेल कर दिया है। दरअसल, राष्ट्रीय कर्ज कोरोना महामारी से पहले जताए गए अनुमानों से कई साल पहले ही 37 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है। आपको बता दें कि कांग्रेस के बजट कार्यालय के जनवरी 2020 के अनुमान में कहा गया था कि वित्त वर्ष 2030 के बाद अमेरिका पर कर्ज़ 37 ट्रिलियन डॉलर से ज़्यादा हो जाएगा।

ट्रंप के फ़ैसलों से बढ़ेगा कर्ज़ का बोझ!

अमेरिकी कर्ज़ को लेकर जारी ट्रेजरी विभाग की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में शुरू हुई कोविड-19 महामारी के कारण अमेरिकी कर्ज़ में ज़बरदस्त उछाल आया है। जिसने अमेरिकी अर्थव्यवस्था के अधिकांश हिस्से को लगभग ठप्प कर दिया था और तत्कालीन ट्रंप और बाद में बाइडेन सरकार ने अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने और उसमें सुधार लाने के उद्देश्य से भारी कर्ज़ लिया। ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में कर कटौती और खर्च विधेयक पर हस्ताक्षर करके ज़्यादा सरकारी खर्च को मंज़ूरी दी है। इस बारे में, कांग्रेस के बजट कार्यालय का अनुमान है कि यह क़ानून अगले दशक में अमेरिकी राष्ट्रीय कर्ज़ को 4.1 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा सकता है।

हर 5 महीने में ऐसे ही बढ़ता रहा कर्ज़

अमेरिकी वित्त विभाग के इन आंकड़ों का हवाला देते हुए पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल की शुरुआत से लेकर अब तक के आंकड़ों को देखकर अमेरिका पर लगातार बढ़ते कर्ज़ का अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है, जिससे साफ़ पता चलता है कि हर पाँच महीने में अमेरिका पर कर्ज़ में 1 ट्रिलियन डॉलर की भारी बढ़ोतरी हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 में अमेरिका का कर्ज़ 34 ट्रिलियन डॉलर था, जो जुलाई 2024 में 35 ट्रिलियन डॉलर और नवंबर 2024 में 36 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच गया। अब यह 37 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है।

पीटर जी. पीटरसन फ़ाउंडेशन के सीईओ माइकल पीटरसन के अनुसार, अमेरिका पर कर्ज़ में लगातार बढ़ोतरी से नीतिगत दरों पर दबाव बढ़ता है, जिससे कर्ज़ महंगे होते हैं और इसका एक दुष्परिणाम यह होता है कि निजी निवेश कम हो जाता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कर्ज़ में बढ़ोतरी की गति इस समय पिछले 25 सालों की औसत दर से दोगुनी से भी ज़्यादा है।