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बांग्लादेश में हिंसा का कहर जारी, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर ढाका में पेट्रोल बम हमला, युवक की मौत

 

बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन हो रही घटनाएं देश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं। ताजा मामला राजधानी ढाका से सामने आया है, जहां क्रिसमस की पूर्व संध्या पर हुए एक पेट्रोल बम हमले में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल फैल गया है।

पुलिस के अनुसार, यह वारदात बुधवार शाम ढाका के मोगबाजार फ्लाईओवर पर हुई। अज्ञात हमलावरों ने फ्लाईओवर से नीचे की ओर देसी बम (पेट्रोल बम) फेंका। यह बम सीधे 21 वर्षीय सैफुल सियाम के सिर पर जा गिरा। धमाका इतना जबरदस्त था कि युवक के शरीर के चीथड़े उड़ गए और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके की आवाज सुनते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कुछ ही देर में मौके पर पुलिस और राहत दल पहुंचा, लेकिन तब तक सैफुल सियाम की जान जा चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। साथ ही, इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है।

बताया जा रहा है कि मृतक सैफुल सियाम किसी राजनीतिक गतिविधि से जुड़ा नहीं था और वह सामान्य नागरिक था। ऐसे में यह घटना आम लोगों की सुरक्षा को लेकर और भी चिंता बढ़ाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि बांग्लादेश में हाल के महीनों में बढ़ी हिंसा, बम धमाकों और हमलों ने आमजन में डर का माहौल पैदा कर दिया है।

क्रिसमस जैसे शांतिपूर्ण त्योहार से ठीक पहले हुई इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ा दी है। मानवाधिकार संगठनों ने बांग्लादेश सरकार से हिंसा पर काबू पाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रशासन का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या बांग्लादेश में लगातार हो रही ऐसी हिंसक घटनाओं पर वास्तव में लगाम लग पाएगी, या आम नागरिक इसी तरह हिंसा का शिकार होते रहेंगे।