रूस को आंख दिखाने चले थे ट्रंप, पुतिन ने कर दी मिसाइलों की बारिश, ब्रह्मोस से भी खतरनाक हथियार से दिया जवाब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने उपयुक्त क्षेत्रों में दो परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह कदम रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के भड़काऊ बयानों के बाद उठाया गया है। ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा, 'शब्दों का सही इस्तेमाल बेहद ज़रूरी है और अक्सर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि ऐसा दोबारा नहीं होगा।' उनके इस कदम के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बड़ा फैसला लिया है जो पूरे यूरोप को हिलाकर रख देने वाला है। उन्होंने कहा है कि रूस ने अपनी सबसे घातक हाइपरसोनिक मिसाइल 'ओरासनिक' का निर्माण शुरू कर दिया है और इसे साल के अंत तक बेलारूस में तैनात कर दिया जाएगा।
बेलारूस की सीमा यूक्रेन के उत्तरी हिस्से से लगती है। कई बार यह ख़तरा जताया गया है कि रूसी सेना इस इलाके से भी हमला कर सकती है। पुतिन का यह ऐलान कोई सामान्य सैन्य योजना नहीं, बल्कि पश्चिमी देशों और नाटो को भेजा गया एक गंभीर संदेश है। पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग के पास वालम द्वीप पर बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ बैठकर यह बात कही। पुतिन ने कहा कि बेलारूस में तैनाती के लिए जगहें पहले ही तय हो चुकी हैं और तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं।
'ओरेशानिक' का नाम सुनते ही यूरोप काँप उठता है
रूस ने पिछले साल नवंबर में यूक्रेन के नीप्रो शहर स्थित एक पुराने मिसाइल कारखाने में पहली बार यह मिसाइल दागी थी। उस समय इस 'प्रायोगिक हथियार' का इस्तेमाल सर्जिकल स्ट्राइक के तौर पर किया गया था। अब इसे 'सेवा में शामिल' कर लिया गया है। इसकी गति इतनी ज़बरदस्त है कि यह मैक 10 (ध्वनि की गति से 10 गुना) की रफ़्तार से हमला कर सकती है और पुतिन के अनुसार, यह किसी भी वायु रक्षा प्रणाली से बच जाती है। इसकी सबसे ख़तरनाक बात यह है कि पारंपरिक हमलों में भी यह इतनी शक्तिशाली है कि इसका असर परमाणु हमले जैसा हो सकता है।
दूसरी ओर, ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है, जो लगभग मैक 3 की गति से 800 किलोमीटर तक सटीक हमला कर सकती है। जहाँ ओरेशनिक का इस्तेमाल रणनीतिक दबाव बनाने और एक बड़े क्षेत्र को कवर करने के लिए किया जाता है, वहीं ब्रह्मोस दुश्मन के जहाजों या महत्वपूर्ण ठिकानों पर सटीक हमला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। दोनों ही मिसाइलें अपने-अपने मोर्चों पर बेहद घातक हैं, लेकिन इनकी तुलना करना एक तोप और एक बंदूक को तराजू पर तौलने जैसा है।
रूस-यूक्रेन लाइव अपडेट
2025 में यूक्रेन पर सबसे घातक हमला: गुरुवार को रूस ने कीव पर भीषण मिसाइल और ड्रोन हमला किया, जिसमें अब तक कम से कम 31 लोगों के मारे जाने और 179 के घायल होने की पुष्टि हुई है। कीव सैन्य प्रशासन के प्रमुख तैमूर तकाचेंको ने बताया कि 1 अगस्त की सुबह तक मलबे से तीन और शव निकाले गए। इस हमले को पूर्ण युद्ध की शुरुआत के बाद से राजधानी पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक बताया जा रहा है। हमले के कुछ घंटों बाद, राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने घटनास्थल का दौरा किया और मलबे के बीच फूल चढ़ाए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, 'रूस जो कर रहा है, उसका कोई औचित्य नहीं हो सकता। हम अपने लोगों की हत्या को कभी माफ नहीं करेंगे।'