पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के लिए पिघला पहली पत्नी का भी दिल, बेटो ने दी धमकी, जानें पूरा मामला
पिछले दो सालों से जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अब अपनी पहली पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ का साथ मिला है। जेमिमा गोल्डस्मिथ को इमरान खान से तलाक लिए 21 साल हो गए हैं, लेकिन जेमिमा ने अपने बच्चों को जेल में बंद अपने पूर्व पति से मिलने की अनुमति न दिए जाने पर आपत्ति जताई है। जेमिमा गोल्डस्मिथ और इमरान खान की शादी 1995 में हुई थी और 2004 में दोनों अलग हो गए थे। दोनों के दो बेटे सुलेमान ईसा खान और कासिम खान हैं। जब जेमिमा और इमरान खान का तलाक हुआ, तब दोनों बेटे अपनी मां के साथ रहते थे। लेकिन वह इमरान खान के संपर्क में भी थे।
वह पिछले दो सालों से जेल में हैं, इसलिए बेटे भी अपने पिता को लेकर चिंतित हैं। इतना ही नहीं, वह इमरान खान से फोन पर बात भी नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा, वह पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की सलाहकार राणा सनाउल्लाह के एक बयान से और नाराज हो गईं, जिसमें बेटों को भी गिरफ्तार किए जाने की बात कही गई थी। सनाउल्लाह ने कहा था कि अगर इमरान खान के बेटे पाकिस्तान आकर विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लेते हैं, तो उन्हें भी गिरफ़्तार कर लिया जाएगा। जेमिमा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, 'मेरे बच्चों को अपने पिता इमरान खान से फ़ोन पर बात करने की इजाज़त नहीं है। वह लगभग दो साल से जेल में एकांतवास में हैं।'
इसके अलावा, इमरान खान के बेटे कासिम खान ने भी एक्स पर एक पोस्ट लिखी है। कासिम खान ने लिखा, 'मेरे पिता इमरान खान को क़ैद हुए 700 साल हो गए हैं। वह एकांतवास में हैं। उन्हें वकीलों से भी नहीं मिलने दिया जा रहा है। उन्हें उनके परिवार से दूर रखा गया है। वह पूरी दुनिया से और यहाँ तक कि अपने बच्चों से भी कटे हुए हैं। उन्हें अपने निजी डॉक्टर से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। यह न्याय नहीं है। यह एक ऐसे व्यक्ति को बर्बाद करने की सोची-समझी साज़िश है जो पाकिस्तान में क़ानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए खड़ा है। वह लोकतंत्र के लिए लड़ रहा है।'
साथ ही, जेमिमा ने कहा कि पाकिस्तान सरकार कहती है कि अगर इमरान खान का बेटा अपने पिता से मिलने आएगा तो उसे गिरफ़्तार कर लिया जाएगा। ये लोकतांत्रिक सरकार नहीं है। ये राजनीति भी नहीं है। ये किसी से बदला लेने का मामला है। हालाँकि, राणा सनाउल्लाह अब भी अपनी बात पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई हिंसक आंदोलन करने आता है तो उसे गिरफ्तार क्यों न किया जाए। अगर आप हिंसा भड़काने की कोशिश करेंगे, तो आपको इसके परिणाम भुगतने होंगे। इस बीच, खबर है कि इमरान के बेटे पीटीआई के आंदोलन में हिस्सा लेने वाशिंगटन जाएँगे।