सुपरसोनिक नहीं, अब हाइपरसोनिक! आवाज से भी 8 गुना तेजी से दुश्मन को तबाह करेगी नई ब्रह्मोस, जाने क्या है 2.O की खासियत ?
भारत की ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की ताकत का लोहा दुनिया मानती है। कुछ ही एयर डिफेंस सिस्टम इसे रोक पा रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इस मिसाइल ने दुनिया को अपनी ताकत दिखाई थी। अब जल्द ही ब्रह्मोस का हाइपरसोनिक वेरिएंट भी आने वाला है। चीन से लेकर अमेरिका तक के एयर डिफेंस सिस्टम इस मिसाइल का मुकाबला नहीं कर पाएँगे। जानकारी के अनुसार, भारत और रूस ने जल्द ही इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है।
परियोजना शुरू हो गई है
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के पूर्व महानिदेशक अतुल राणे ने रशिया टुडे से बात करते हुए बताया कि ब्रह्मोस हाइपरसोनिक मिसाइल पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है। ब्रह्मोस हाइपरसोनिक मिसाइल जल्द ही हमारे सामने होगी। आपको बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल का नाम भारत और रूस की दो नदियों, ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा के नाम पर रखा गया है। इस परियोजना में DRDO की 50.50 प्रतिशत और रूसी कंपनी की 49.50 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ब्रह्मोस हाइपरसोनिक मिसाइल की क्या होगी खासियत
ब्रह्मोस हाइपरसोनिक मिसाइल की गति के बारे में आधिकारिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसे ध्वनि की गति से 8 गुना तेज़ दागा जा सकता है। इसके अलावा, इसकी रेंज 1500 किलोमीटर से भी ज़्यादा होगी। ऐसे में कहा जा सकता है कि पाकिस्तान और चीन का एक बड़ा इलाका इसकी रेंज में होगा। इसकी गति मैक-8 या मैक-9 तक हो सकती है। यानी ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल 11000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हमला कर सकती है।
आयरन डोम भी होगा फेल
ब्रह्मोस हाइपरसोनिक मिसाइल में स्क्रैमजेट इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा। यह हवा में मौजूद ऑक्सीजन को खींचकर लंबे समय तक उड़ान भरने में सक्षम है। इसके अलावा, इस मिसाइल का वज़न भी कम होगा जिससे इसे तेजस विमान से आसानी से लॉन्च किया जा सकेगा। इज़राइल का आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम बेहद उन्नत माना जाता है। हालांकि, ब्रह्मोस हाइपरसोनिक मिसाइल को रोक पाना उसके लिए मुश्किल होगा। ब्रह्मोस परियोजना को भी भारत और रूस ने मिलकर चलाया था। अब यह दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में शामिल है।
खुफिया जानकारी में भी नंबर वन
ब्रह्मोस का यह संस्करण लक्ष्य के अंदर तक भी भेदने में सक्षम होगा। आने वाले समय में यह मिसाइल भारत के सबसे शक्तिशाली हथियारों में से एक होगी। यह मिसाइल खुफिया जानकारी में भी नंबर वन होगी। यह न केवल तेज़ गति से अपने लक्ष्य पर निशाना साध सकती है, बल्कि तेज़ी से मुड़ भी सकती है। ऐसे में दुश्मन के लिए इसे रोकना आसान नहीं होगा। यह दुश्मन के रडार सिस्टम को भी मात देने में सक्षम होगी। उन्नत नियंत्रण प्रणाली, स्टील्थ फीचर्स और डिज़ाइन इसे और भी खास बनाते हैं।