×

क्या सच में ट्रंप-नेतन्याहू कर रहे फिलिस्तीनियों को दूसरे देशों में बसाने के प्लान, जानें क्या है पूरा सच?

 

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस समय अमेरिका में हैं। उन्होंने व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ निजी डिनर किया। इस दौरान नेतन्याहू ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित भी किया। लेकिन इस दौरान एक और अहम मुद्दे पर चर्चा हुई और वह था फिलिस्तीनियों का विस्थापन। ट्रंप द्वारा आयोजित निजी डिनर की शुरुआत में नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिका और इजरायल फिलिस्तीनियों को दूसरे देशों में बसाने के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। हम फिलिस्तीनियों को बेहतर भविष्य देना चाहते हैं। ऐसे में गाजा के लोगों को पड़ोसी देशों में बसाने पर विचार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अगर फिलिस्तीनी गाजा में रहना चाहते हैं तो वे रह सकते हैं, लेकिन अगर वे स्थानांतरित होना चाहते हैं तो उन्हें चले जाना चाहिए। हम इन लोगों के लिए ऐसे देश ढूंढना चाहते हैं, जहां वे शिफ्ट हो जाएं। हम ऐसा देश खोजने के करीब हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि सीरिया पर अमेरिकी प्रतिबंध हटाने से देश को फायदा होगा। मैं सही समय पर तेहरान पर प्रतिबंध हटाना चाहूंगा और उन्हें देश के पुनर्निर्माण का मौका देना चाहूंगा। इससे पहले नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और मध्य पूर्व में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के साथ भी अलग-अलग बैठकें कीं। ये बैठकें व्हाइट हाउस के पास ब्लेयर हाउस में हुईं।

किन-किन में बसे के हैं फिलिस्तीनी?

इससे पहले ट्रंप ने गाजा को लेकर 5 सूत्रीय योजना तैयार की थी। उन्होंने कहा था कि फिलिस्तीनियों को गाजा पट्टी खाली कर देनी चाहिए। उन्हें मिस्र, जॉर्डन और दूसरे देशों में स्थायी रूप से बस जाना चाहिए। गाजा अब रहने लायक नहीं रहा।

ट्रंप ने कहा था कि गाजा खाली होने के बाद यहां पुनर्निर्माण कार्य किए जाएंगे और गाजा को मध्य पूर्व के रिवेरा में तब्दील किया जाएगा।

ट्रंप ने कहा था कि हम गाजा को मध्य पूर्व का रिवेरा बनाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। रिवेरा दरअसल एक इतालवी शब्द है जिसका मतलब समुद्र तट होता है। फ्रेंच रिवेरा और इटैलियन रिवेरा अपने पर्यटन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं। इसी तर्ज पर ट्रंप गाजा को पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित करना चाहते हैं।

बता दें कि ट्रंप और नेतन्याहू के बीच यह तीसरी मुलाकात है। दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब इजरायल के अधिकारी हमास के साथ युद्ध विराम के लिए बातचीत कर रहे हैं। इस बातचीत में अमेरिका भी मध्यस्थ है। इस समझौते को लेकर पहले दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है।