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इजरायल में हर तरफ मीच चीख-पुकार, टूट पड़ी एक साथ 50 मिसाइलें, वायरल वीडियो में सामने आई खौफनाक सच्चाई 

 

मध्य-पूर्व की जमीनी हकीकत अब एक पूर्ण युद्ध में तब्दील हो चुकी है। ईरान और इजरायल के बीच छिड़ी जंग अब ऐसे मोड़ पर पहुंच चुकी है, जहां दोनों देशों के आम नागरिक सबसे बड़ी कीमत चुका रहे हैं। ईरानी मिसाइल हमलों के बाद इजरायल के शहरों में दहशत का माहौल है और बंकर अब जीवन रक्षक शरणस्थल बन चुके हैं।

सायरन की गूंज और बंकरों में बंद जिंदगी

ईरान के जवाबी मिसाइल हमलों के बाद उत्तरी इजरायल में एयर रेड सायरन लगातार बज रहे हैं। लोग अपने घरों को छोड़कर बंकरों में छिप गए हैं। तेल अवीव, हाइफा और अन्य प्रमुख शहरों में अफरा-तफरी का माहौल है। स्कूल बंद हैं, सार्वजनिक परिवहन बाधित है, और हर ओर खौफ की छाया है।

इजरायल का करारा जवाब: परमाणु ठिकानों पर रातभर बमबारी

इजरायल ने भी देर नहीं की। रात भर में 50 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने तेहरान और करज के परमाणु स्थलों पर बड़ा हवाई हमला किया। यह हमले खासतौर पर मिसाइल निर्माण और सेंट्रीफ्यूज उत्पादन इकाइयों पर केंद्रित थे। आईडीएफ (इजरायली डिफेंस फोर्स) के अनुसार, इसका मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को धीमा करना था।

IAEA की पुष्टि और मिसाइलों की बरसात

IAEA (इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी) ने पुष्टि की है कि ईरान की प्रमुख परमाणु सुविधाएं नुकसान की चपेट में आई हैं। इसके बाद ईरान ने भी सीमित मिसाइल फायर किया, जिनमें फत्ताह हाइपरसोनिक मिसाइलें शामिल थीं। हालाँकि, इन हमलों में अभी तक किसी के मारे जाने की सूचना नहीं है।

इजरायल में अब तक 24 मौतें, 800 से ज्यादा घायल

ईरान के पहले हमलों में 24 इजरायली नागरिकों की मौत हो चुकी है और 800 से अधिक लोग घायल हैं। इजरायल की आपातकालीन सेवा 'मैगन डेविड एडोम (MDA)' ने गुरुवार को जानकारी दी कि ईरान की नई मिसाइल लहर में कम से कम 65 लोग घायल हुए हैं।

इनमें:

  • 3 लोग गंभीर रूप से घायल (एक 80 वर्षीय पुरुष, दो वृद्ध महिलाएं)

  • 2 की हालत मध्यम

  • 42 को छर्रों और विस्फोट से चोट

  • 18 लोग बंकर की ओर भागते वक्त घायल हुए

देश में घोषित हुआ आपातकाल, उड़ानें रद्द

इजरायल में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द, स्कूल और बाजार बंद कर दिए गए हैं। देश भर में मेडिकल और रेस्क्यू टीमें हाई अलर्ट पर हैं। फंसे हुए नागरिकों को प्रत्यावर्तन (evacuation) के ज़रिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

राजनीतिक और सामरिक विश्लेषकों के बीच इस युद्ध को लेकर गहरी चिंता है। अमेरिका और नाटो जहां इजरायल के समर्थन में बयान दे रहे हैं, वहीं रूस और चीन ने अब तक तटस्थ रुख अपनाया है। यह सवाल अब ज़ोर पकड़ रहा है — क्या यह सिर्फ ईरान-इजरायल की लड़ाई है या तीसरे विश्व युद्ध की आहट?