क्या सच में भारत के खिलाफ जासूसी कर रहा है चीन? चार चीनी नागरिक गिरफ्तार
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में राफेल लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था। राफेल की मदद से भारत ने पाकिस्तान के कई अहम आतंकी और सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके बाद पूरी दुनिया में राफेल की खूब चर्चा हुई थी। वहीं, चीन ने राफेल को बदनाम करने के लिए पूरी दुनिया में दुष्प्रचार फैलाने की कोशिश की थी। फ्रांस की ओर से दावा किया गया था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन ने राफेल की विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश की थी। इस बीच, ग्रीस से चीन का एक और पैंतरा सामने आया है, जो भारत के लिए भी चिंता का विषय है। दरअसल, ग्रीस के टांगरा शहर स्थित एयरबेस से चार चीनी नागरिकों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये चारों राफेल की तस्वीरें लेते हुए पकड़े गए हैं। हालांकि, अभी इनसे पूछताछ की जा रही है।
चार चीनी नागरिक गिरफ्तार
ग्रीस ने ग्रीक वायुसेना के सबसे अहम एयरबेस टांगरा से चार चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। हेलेनिक वायुसेना पुलिस ने चीनी मूल के दो पुरुषों, एक महिला और एक युवक को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, ये सभी राफेल समेत एयरबेस और अन्य सैन्य ठिकानों की तस्वीरें खींच रहे थे। पहले तो वहाँ तैनात सैन्यकर्मियों ने इन्हें मना किया और जाने को कहा, लेकिन फिर ये थोड़ी ही दूरी पर स्थित पुलिया पर खड़े होकर तस्वीरें लेने लगे। इसके बाद सैन्यकर्मियों ने इन चारों को गिरफ्तार कर लिया। जब इनके कैमरे की तलाशी ली गई, तो उसमें राफेल समेत कई संवेदनशील सैन्य ठिकानों की तस्वीरें मिलीं। पुलिस फिलहाल चारों चीनी जासूसों से पूछताछ कर रही है। इसके अलावा, ग्रीस की खुफिया एजेंसी भी जाँच में शामिल हो गई है।
फ्रांस ने भी लगाया आरोप
इससे पहले, फ्रांस ने चीन पर गंभीर आरोप लगाए थे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल की सफलता पूरी दुनिया ने देखी थी। साथ ही, चीनी हथियारों का नुकसान भी सभी ने देखा था। इसके बाद, चीन ने अपने दूतावासों के ज़रिए पूरी दुनिया में राफेल के खिलाफ माहौल बनाना शुरू कर दिया। चीन ने राफेल की खरीद को प्रभावित किया और चीनी जेट खरीदने की कोशिश शुरू कर दी। इस बीच, चीन और पाकिस्तान समर्थित लोगों और समाचार चैनलों ने भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल के दुर्घटनाग्रस्त होने का भ्रम फैलाया। हालांकि, जिस तरह से चीन राफेल पर जासूसी कर रहा है, उससे भारत को सतर्क रहने की ज़रूरत होगी, क्योंकि भारतीय वायुसेना के बेड़े में 26 राफेल लड़ाकू विमान हैं।