×

भारत के इस राज्य पर हमला कर सकता है चाइना, पेंटागन की रिपोर्ट में शॉकिंग दावे ने मचाई खलबली 

 

अमेरिकी रक्षा विभाग, पेंटागन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने ताइवान और भारत के अरुणाचल प्रदेश दोनों को अपने तथाकथित "मुख्य हितों" में शामिल किया है। इस रिपोर्ट ने अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत-चीन संबंधों में मौजूद रणनीतिक तनाव को एक बार फिर वैश्विक मंच पर ला दिया है। विशेषज्ञ इसे सिर्फ़ एक सीमा विवाद नहीं, बल्कि बीजिंग की लंबी अवधि की भू-राजनीतिक योजना का हिस्सा मान रहे हैं। पेंटागन के अनुसार, चीन 2049 तक "राष्ट्रीय पुनरुत्थान" के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसी भी कीमत पर अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस रणनीति के तहत, ताइवान, दक्षिण चीन सागर और भारत-चीन सीमा को आपस में जुड़े हुए मोर्चों के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत के साथ हाल ही में तनाव कम करना असल में चीन की लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा है। रक्षा विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) जेएस सोढ़ी ने नवभारत टाइम्स से बात करते हुए कहा, "पेंटागन की रिपोर्ट एक बार फिर साबित करती है कि भारत को लेकर चीन की बुनियादी सोच में कोई बदलाव नहीं आया है, बल्कि चीन अरुणाचल प्रदेश को लेकर भविष्य के संघर्ष की तैयारी कर रहा है।" सोढ़ी ने हैरानी जताई कि भारत में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हो रही है।

 रक्षा विशेषज्ञों का मानना ​​है कि अरुणाचल प्रदेश सिर्फ़ एक भौगोलिक सीमा नहीं है, बल्कि चीन की इंडो-पैसिफिक रणनीति का एक अभिन्न अंग है। लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) जेएस सोढ़ी का कहना है कि 2030 के बाद चीन अरुणाचल प्रदेश पर कब्ज़ा करने के लिए हमला कर सकता है। उन्होंने आगे कहा कि चीन 2027 के आखिर तक ताइवान पर हमला करेगा और इसके लिए एक बिल्कुल अलग रणनीति पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि चीन ताइवान पर मिलिट्री हमले से पहले स्पेस वॉर और साइबर वॉर करेगा। वह ताइवान के बैंकिंग सिस्टम, कम्युनिकेशन नेटवर्क और सैटेलाइट नेटवर्क को ब्लॉक कर देगा, जिससे ताइवान में अफरा-तफरी मच जाएगी। ताइवान पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कट जाएगा। जब ताइवान पूरी तरह से अंधेरे में डूब जाएगा, तब चीन अपनी सेना को ताइवान पर कब्ज़ा करने के लिए भेजेगा।