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सरकारी नौकरी की परीक्षा में हाईटेक नकल! बिलासपुर में बहनों ने अंडरगार्मेंट्स में छिपाया कैमरा और ब्लूटूथ, VIDEO वायरल 

 

आजकल सरकारी नौकरी पाना कितना मुश्किल है, ये तो हम सभी जानते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (Bilaspur News) में दो बहनों ने इसके लिए जो तरीका अपनाया, वो किसी फिल्मी कहानी जैसा लगता है। PWD यानी लोक निर्माण विभाग की सब-इंजीनियर भर्ती परीक्षा में ये बहनें इतने हाईटेक तरीके से नकल कर रही थीं कि सुनने वाले भी हैरान रह गए।

क्या थी पूरी योजना?
रविवार को बिलासपुर के एक स्कूल में PWD भर्ती परीक्षा चल रही थी। परीक्षा हॉल के अंदर अनुसूर्या नाम की एक बहन परीक्षा दे रही थी। लेकिन वो अकेली नहीं थी, उसके साथ पूरा हाईटेक सेटअप था।
अंदर का जुगाड़: अनुसूर्या ने अपने अंडरगारमेंट्स में एक छोटा सा स्पाई कैमरा छिपा रखा था। जैसे ही उसे प्रश्नपत्र मिला, उसने कैमरे से उसे स्कैन किया और लाइव वीडियो अपनी बहन को भेज दिया।
कंट्रोल रूम के बाहर: उसकी बहन अनुराधा परीक्षा केंद्र के बाहर एक ऑटो में बैठी थी। वो अपने लैपटॉप पर कैमरे से आ रहे प्रश्नपत्र को देख रही थी। फिर उसने जल्दी से गूगल पर जवाब ढूँढ़े और अंदर बैठी अपनी बहन को वॉकी-टॉकी और कान में लगे एक छोटे से ईयरफोन से जवाब बता रही थी।सब कुछ योजना के मुताबिक चल रहा था, लेकिन उसकी एक गलती ने सारा खेल बिगाड़ दिया।

कहते हैं कि अपराधी हमेशा कोई न कोई सुराग छोड़ जाता है। यहाँ यह सुराग एक ऑटो वाले को मिला। जिस ऑटो में अनुराधा यह सब कर रही थी, उसके ड्राइवर को उसकी हरकतों पर शक हुआ। उसने देखा कि लड़की काफी देर से लैपटॉप पर कुछ कर रही थी और लगातार ईयरफोन पर बात भी कर रही थी। ड्राइवर को कुछ गड़बड़ लगी। उसने तुरंत अपने एक परिचित, NSUI (कांग्रेस छात्रसंघ) नेता विकास ठाकुर को फोन किया।

धोखा देने वाली बहन रंगे हाथों पकड़ी गई

खबर मिलते ही NSUI नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने अनुराधा को रोका और उसके सामान की तलाशी ली तो सभी दंग रह गए। उसके पास से लैपटॉप, टैबलेट, माइक्रो ईयर डिवाइस, वायरलेस ट्रांसमीटर जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले। पूछताछ के दौरान अनुराधा ने कबूल किया कि वह अंदर परीक्षा दे रही अपनी बहन को नकल करने में मदद कर रही थी।

मामला सामने आने के बाद, पुलिस ने दोनों बहनों को हिरासत में ले लिया है और सभी उपकरण ज़ब्त कर लिए हैं। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इन लड़कियों के साथ-साथ परीक्षा आयोजित करने वाले अधिकारी पर भी प्राथमिकी दर्ज की जाए, क्योंकि इतनी बड़ी गलती बिना मिलीभगत के संभव नहीं है।

वहीं, इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने कहा है कि यह घटना दर्शाती है कि छत्तीसगढ़ में नकल माफिया सक्रिय है और उसे सरकार का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा है कि इस मामले को विधानसभा में ज़ोर-शोर से उठाया जाएगा। यह घटना दर्शाती है कि कैसे लोग सरकारी नौकरी पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। साथ ही, यह हमारी परीक्षा प्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।