सरिस्का में घूमने का है प्लान तो वीडियो में देखे वो 8 दर्शनीय स्थल! जो हर प्रकृति प्रेमी को जरूर देखने चाहिए, ट्रिप बनेगा और भी एडवेंचर्स
राजस्थान के अलवर जिले में अरावली की पहाड़ियों की गोद में बसा सरिस्का टाइगर रिजर्व ना केवल बाघों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह जैव विविधता, प्राचीन स्थापत्य और नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर एक ऐसा गंतव्य है, जो हर प्रकृति प्रेमी और इतिहास के जिज्ञासु को अपनी ओर खींचता है। 1955 में वन्यजीव अभयारण्य के रूप में स्थापित यह इलाका 1978 में ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के तहत टाइगर रिजर्व घोषित हुआ। यहां की सैर केवल जंगल सफारी तक सीमित नहीं है, बल्कि कई दर्शनीय स्थल पर्यटकों को अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं।
1. सरिस्का का बाघ और वन्यजीवन
सरिस्का टाइगर रिजर्व का सबसे बड़ा आकर्षण हैं यहां के बाघ, जिन्हें प्राकृतिक आवास में देखना हर पर्यटक का सपना होता है। यहां रॉयल बंगाल टाइगर के अलावा तेंदुआ, चीतल, सांभर, नीलगाय, चौसिंघा, जंगली सूअर, लंगूर, रीसस बंदर और विभिन्न प्रकार के पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। मॉर्निंग और इवनिंग सफारी पर्यटकों को वन्यजीवों की दुनिया से सीधे रूबरू कराती हैं।
2. पांडुपोल हनुमान मंदिर
सरिस्का जंगल के भीतर स्थित पांडुपोल मंदिर धार्मिक और पौराणिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। मान्यता है कि महाभारत काल में पांडवों ने अपने वनवास के दौरान यहां विश्राम किया था। इस स्थान पर भगवान हनुमान की एक विशाल शैयावान मूर्ति स्थित है। मंदिर तक पहुँचने का रास्ता घने जंगलों से होकर जाता है, जहां कभी-कभी वन्यजीव भी दिखाई दे जाते हैं। यह स्थान भक्तों और पर्यटकों दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
3. कल्याणजी का मंदिर (नीलकंठ महादेव मंदिर)
नीलकंठ महादेव मंदिर, सरिस्का से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है और यह मंदिर स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है। माना जाता है कि यह मंदिर 6वीं से 9वीं शताब्दी के बीच का है। मंदिर परिसर में 200 से अधिक प्राचीन मंदिर और खंडहर हैं, जो एक खोए हुए नगर के अवशेष प्रतीत होते हैं। यहां स्थापित शिवलिंग और मूर्तिकला पर्यटकों को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आनंद से भर देती है।
4. सरिस्का पैलेस
सरिस्का पैलेस, कभी अलवर के महाराजा की शिकारगाह हुआ करता था। यह महल 19वीं सदी में बना और अब इसे एक भव्य हेरिटेज होटल में परिवर्तित कर दिया गया है। इसकी वास्तुकला फ्रेंच और राजस्थानी शैलियों का सुंदर संगम है। अगर आप विलासिता और इतिहास दोनों का अनुभव करना चाहते हैं, तो सरिस्का पैलेस में रुकना आपके लिए एक यादगार अनुभव बन सकता है।
5. भानगढ़ का किला
हालांकि भानगढ़ किला सरिस्का टाइगर रिजर्व के भीतर नहीं है, लेकिन बहुत करीब स्थित है और यहां आकर इसे देखना पर्यटकों के लिए एक अनोखा अनुभव होता है। यह किला भारत के सबसे भयावह स्थानों में से एक माना जाता है। इसकी रहस्यमयी कहानी और वीरान खंडहर पर्यटकों को रोमांचित कर देते हैं। वन विभाग द्वारा तय की गई समयसीमा के भीतर ही इस किले का दौरा किया जा सकता है।
6. सिलिसेढ़ झील
सरिस्का के नज़दीक स्थित सिलिसेढ़ झील एक शांत और सुंदर जलाशय है, जो अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यह स्थल पिकनिक और फोटोग्राफी के लिए आदर्श है। यहाँ बोटिंग की सुविधा भी है, और यह झील पक्षी प्रेमियों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं, जहां प्रवासी पक्षियों का भी आगमन होता है।
7. गर्भाजी जलप्रपात और घाटियां
सरिस्का में मानसून के दौरान सक्रिय रहने वाला गर्भाजी जलप्रपात एक छिपा हुआ रत्न है, जहां की हरियाली और जलधारा मन को प्रसन्न करती है। साथ ही सरिस्का की घाटियां और ऊँचाई पर बसे व्यूपॉइंट्स भी रोमांच पसंद लोगों के लिए बेहद खास अनुभव देते हैं।
8. सरिस्का में इको-टूरिज्म और ट्रैकिंग
सरिस्का अब केवल टाइगर सफारी तक सीमित नहीं रहा। इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यहां ट्रैकिंग ट्रेल्स, बर्ड वॉचिंग, विलेज वॉक और बायोडायवर्सिटी पार्क जैसी गतिविधियाँ शुरू की गई हैं। ये पहल पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार का साधन भी बन रही हैं।