×

राजस्थान का डेजर्ट नेशनल पार्क क्यों है बर्ड वॉचर्स और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स के लिए स्वर्ग? इस दुर्लभ वीडियो में जाने यहां की खास बातें 

 

राजस्थान के थार मरुस्थल की गोद में फैला डेजर्ट नेशनल पार्क (Desert National Park) एक ऐसा स्थान है, जो न केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए अनोखा अनुभव प्रदान करता है, बल्कि यह बर्ड वॉचर्स और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स के लिए भी किसी जन्नत से कम नहीं है। जैसलमेर जिले में स्थित यह पार्क भारत के सबसे अनोखे और विविध जैव-विविधता वाले संरक्षित क्षेत्रों में से एक है, जो अपने रेगिस्तानी परिदृश्य, दुर्लभ पक्षियों और विलुप्तप्राय प्रजातियों के लिए मशहूर है।

<a href=https://youtube.com/embed/0RnKh9VIfss?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/0RnKh9VIfss/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" title="Desert National Park Jaisalmer | डेजर्ट नेशनल पार्क जैसलमेर का क्षेत्रफल, जानवर वनस्पति और सफारी फीस" width="695">

थार की रेत में छुपा है प्राकृतिक खजाना

डेजर्ट नेशनल पार्क का क्षेत्रफल लगभग 3,162 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह पार्क मुख्य रूप से थार के शुष्क और रेत से ढंके क्षेत्र में स्थित है, जो इसे एक अलग तरह का पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है। यहां की मिट्टी, रेत के टीले, चट्टानें और नमकीन झीलें एक ऐसी प्राकृतिक विविधता प्रस्तुत करते हैं, जो सामान्यतः भारत के किसी अन्य नेशनल पार्क में देखने को नहीं मिलती।

बर्ड वॉचिंग का आदर्श गंतव्य

यह पार्क ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Godawan) का प्रमुख निवास स्थान है, जो एक संकटग्रस्त और संरक्षित पक्षी है। इस विशालकाय उड़ने वाले पक्षी को देखना बर्ड वॉचर्स के लिए एक दुर्लभ अवसर होता है। ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के अलावा यहां रेगिस्तानी लोमड़ी, हनी बजर्ड, इजिप्शियन वल्चर, ईगल आउल, डेमोइसेल क्रेन, और सर्दियों के मौसम में साइबेरियन पक्षियों का आगमन इस स्थान को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का बर्डिंग स्पॉट बनाते हैं।ठंड के महीनों, विशेषकर नवंबर से फरवरी तक, हजारों प्रवासी पक्षी यहां शरण लेते हैं। इन पक्षियों को कैमरे में कैद करने के लिए दुनिया भर के बर्ड वॉचर्स और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स यहां खिंचे चले आते हैं।

फोटोग्राफी के लिए मिलती है अनोखी रौशनी और दृश्य

डेजर्ट नेशनल पार्क का खुला आकाश, सुनहरी रेत, और सूरज की तीखी रोशनी फोटोग्राफरों के लिए एक स्वाभाविक स्टूडियो की तरह काम करता है। सुबह और शाम के समय सॉफ्ट गोल्डन लाइट में पक्षियों और जानवरों की फोटोग्राफी करना बेहद शानदार अनुभव होता है। कैमरे के लेंस में उभरते रेगिस्तान के रंग, उड़ते हुए पक्षी, और जानवरों की चलती टुकड़ियाँ एक ऐसी कहानी बुनते हैं जो शब्दों से परे होती है।

जीव-जंतुओं की विविधता भी है खास

भले ही यह इलाका रेगिस्तानी है, लेकिन यहां जीव-जंतुओं की एक समृद्ध दुनिया छिपी है। यहां चिंकारा (इंडियन गजेल), डेजर्ट फॉक्स, बंगाल मॉनिटर, स्पाइनी टेल लिजार्ड, और कई प्रकार के सांप और कीड़े पाए जाते हैं। ये सभी रेगिस्तानी परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढाल चुके हैं। इन प्रजातियों की जीवनशैली और व्यवहार को देखना व अध्ययन करना शोधकर्ताओं के लिए भी अत्यंत उपयोगी होता है।

स्थानीय संस्कृति और पारंपरिक जीवन भी है आकर्षण का केंद्र

पार्क के आस-पास बसे गाँवों में रहने वाले लोगों की जीवनशैली, उनकी पोशाकें, खानपान और संगीत भी फोटोग्राफरों के लिए एक और विषय बन जाते हैं। यहां की लोकसंस्कृति और पर्यावरण के बीच के तालमेल को कैमरे में कैद करना एक अलग ही अनुभव होता है।

बेस्ट टाइम और कैसे पहुंचे?

डेजर्ट नेशनल पार्क घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है, जब मौसम ठंडा और सुहावना रहता है। निकटतम शहर जैसलमेर है, जो रेल और सड़क मार्ग से देश के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जैसलमेर से पार्क लगभग 40 किलोमीटर दूर है, जहां जीप सफारी या गाइडेड टूर के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है।

पर्यावरणीय शिक्षा और संरक्षण

यह पार्क केवल पर्यटन के लिए नहीं, बल्कि पर्यावरणीय शिक्षा और संरक्षण के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। यहां विद्यार्थियों, शोधार्थियों और प्रकृति प्रेमियों को रेगिस्तानी पारिस्थितिकी तंत्र को समझने का अवसर मिलता है।