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जयपुर का नाहरगढ़ किला! सुरक्षा के लिए बनाया गया किला, लेकिन भूतिया कथाओं के कारण कई बार रुका निर्माण

 

राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित नाहरगढ़ किला अपनी ऐतिहासिक और वास्तुशिल्प खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यह किला 18वीं सदी में जयपुर की सुरक्षा के लिए बनवाया गया था। लेकिन इसके निर्माण के दौरान जुड़ी कुछ अजीबोगरीब घटनाओं और रहस्यमय अनुभवों के कारण कई बार काम रोकना पड़ा।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/NRLlcHO24GA?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/NRLlcHO24GA/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="Nahargarh Fort Jaipur | नाहरगढ़ किले का इतिहास, कब-किसने बनाया, वास्तुकला और भूतिया रहस्य" width="1250">

किले का निर्माण और उद्देश्य

नाहरगढ़ किले का निर्माण महाराजा सवाई सिंग द्वितीय ने 1734 में शुरू कराया था। इसका मुख्य उद्देश्य जयपुर शहर की रक्षा करना और बाहरी आक्रमणों से सुरक्षित रखना था। यह किला अरावली की पहाड़ियों की चोटी पर स्थित है, जिससे पूरे शहर और आसपास के क्षेत्र पर नजर रखी जा सकती थी। किले की स्थापत्य शैली और मजबूत किलेबंदी इसे सैन्य दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाती थी।

भूतों और रहस्यमय घटनाओं का प्रभाव

किले के निर्माण के दौरान कई मजदूरों और वास्तुकारों ने अजीब घटनाओं की रिपोर्ट की थी। कहा जाता है कि किले की कुछ जगहों पर भूतों और अज्ञात आवाज़ों का डर महसूस किया गया। इन रहस्यमय घटनाओं के कारण कई बार निर्माण कार्य रोकना पड़ा। स्थानीय लोगों का मानना है कि किले में अब भी कुछ पुरानी आत्माएं विचरती हैं। इन कथाओं ने नाहरगढ़ किले को भूतिया पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध कर दिया है।

किले की संरचना और खासियत

नाहरगढ़ किला पूरी तरह से मजबूत किलेबंदी और ऊँचाई वाली दीवारों से घिरा हुआ है। इसमें कई बुर्ज, गार्डरूम और दरवाजे हैं, जिनके माध्यम से कभी शहर पर नजर रखी जाती थी। किले में एक विशेष दरबार हॉल भी है, जहाँ तत्कालीन राजाओं के शाही कार्यक्रम और युद्ध की रणनीति पर चर्चा होती थी। इसके अलावा, किले की ऊँचाई और खूबसूरत वास्तुशिल्प ने इसे राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल कर दिया है।

पर्यटन और वर्तमान महत्व

आज नाहरगढ़ किला सिर्फ ऐतिहासिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। यहाँ से जयपुर शहर का नज़ारा बेहद मनमोहक दिखाई देता है। सर्दियों और गर्मियों में किले के पहाड़ी रास्तों पर ट्रेकिंग करना भी पर्यटकों के लिए आकर्षक है। इसके अलावा, किले की भूतिया कथाएँ और रहस्यमय अनुभव इसे एडवेंचर और हॉरर प्रेमियों के बीच भी लोकप्रिय बनाती हैं।

सुरक्षा और संस्कृति का संगम

नाहरगढ़ किले का निर्माण सुरक्षा के लिए हुआ था, लेकिन समय के साथ यह किला सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक बन गया। इसके किलेबंदी और स्थापत्य शैली ने जयपुर की सुरक्षा और स्थापत्य कला दोनों को संरक्षित किया। साथ ही, किले से जुड़ी भूतिया कथाओं ने इसे एक रहस्यमय और पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाता है।