"जहां आफत पड़े, वहां मैं आपके लिए खडा हूं", वीडियो में देखें आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा बोले – रील के चक्कर में ना पडें
प्रदेश में मानसून के कमजोर होने और बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों के बीच कृषि एवं आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने सोमवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मंत्री के रूप में उनकी जिम्मेदारी है कि हर आपदा की घड़ी में वे प्रभावितों के बीच मौजूद रहें।
डॉ. मीणा ने साफ शब्दों में कहा— “जहां आफत पड़े वहां मेरे को जाना पड़ता है। मैं बाढ़ का मंत्री हूं, जिम्मेदारी मेरी है। जहां बाढ़ पड़े तू भाग, मकान गिरे तो तू जा, बिजली गिरे तो तू जा, जहां आफत पड़े वहां मेरे को जाना पड़ता है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह जिम्मेदारी केवल औपचारिकता तक सीमित नहीं है, बल्कि वास्तविकता है। “यह ऐसा नहीं है कि किसी खास मौके पर ही जाऊं। जहां भी आफत पड़े, जो भी दुख तकलीफ में आए, वहां मंत्री के तौर पर जाना होता है। लोगों के बीच रहना और समस्याओं को देखना मेरा कर्तव्य है।”
मंत्री के दौरे और राहत कार्य
हाल ही में प्रदेश के कई जिलों—बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर और सिरोही—में भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति बनी। कई गांवों में मकानों के ढहने और बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आईं। इन हालात में मंत्री स्वयं मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर राहत कार्यों का जायजा लिया।
प्रशासन ने बताया कि जिन जिलों में नुकसान हुआ है, वहां त्वरित सहायता पहुंचाई जा रही है। मकान ढहने और बिजली गिरने से प्रभावित परिवारों को राहत राशि उपलब्ध कराने की प्रक्रिया भी तेज की गई है।
आमजन को भरोसा दिलाया
डॉ. मीणा ने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि आपदा राहत विभाग हर स्थिति पर नजर रखे हुए है और प्रभावित परिवारों को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। मंत्री ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि वे चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर रहें और लोगों की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करें।