×

सिर्फ 34 सेकेंड... और सब कुछ मिट्टी में मिल गया! तस्वीरों में देखे धराली में तबाही का खौफनाक मंजर 

 

उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली गाँव में मंगलवार को बादल फटने की एक बड़ी घटना सामने आई है। इस प्राकृतिक आपदा ने गाँव में भारी तबाही मचाई, जिसमें कई घर, दुकानें और होटल बह गए।इस हादसे में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है। 12 से ज़्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। यह घटना धराली गाँव के पास भागीरथी नदी के इलाके में हुई, जहाँ बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई और मलबा भर गया।


इस बाढ़ ने गाँव के बाज़ार को मलबे में बदल दिया। कई इमारतें पूरी तरह से तबाह हो गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मलबे में 10-12 लोग दबे हो सकते हैं, जबकि 20-25 होटल और होमस्टे बह गए।हादसे की सूचना मिलते ही उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और भारतीय सेना की टीमें मौके पर पहुँच गईं। बचाव कार्य तेज़ी से शुरू कर दिया गया है, लेकिन भारी बारिश और सड़कें अवरुद्ध होने से राहत कार्य में मुश्किलें आ रही हैं।


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हम स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री धामी से बात की और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 10 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

खासकर पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की अपील की गई है। गंगोत्री धाम के रास्ते में स्थित धराली गाँव एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है।


प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। बचाव दल लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। प्रभावित परिवारों को मदद पहुँचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह घटना उत्तराखंड में लगातार आ रही प्राकृतिक आपदाओं की याद दिलाती है, जिसके लिए बेहतर तैयारी और जागरूकता की आवश्यकता है।