×

मनसा देवी मंदिर में बड़ा हादसा, भगदड़ से 8 लोगों की मौत, 30 अन्य घायल, PM और CM ने जताया दुख

 

उत्तराखंड के हरिद्वार से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में आज सुबह भगदड़ मच गई। 8 लोगों की मौत हो गई है और 25 से 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। हादसे की वजह भारी भीड़ बताई जा रही है। आपको बता दें कि यह मंदिर हरिद्वार में काफी प्रसिद्ध है और हरिद्वार घूमने आने वाले पर्यटक इस मंदिर के दर्शन जरूर करते हैं। जिला प्रशासन ने अभी एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें मृतकों की संख्या छह की बजाय आठ बताई गई है, जबकि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सुबह छह बजे मृतकों की संख्या बताई थी। अब मृतकों में आठ लोग बताए जा रहे हैं जबकि 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है। यह जानकारी पीएमओ के एक्स हैंडल पर दी गई है। प्रधानमंत्री ने कहा, "उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में जान-माल के नुकसान से अत्यंत दुःखी हूँ। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएँ। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।" उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, "हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ की अत्यंत दुखद खबर मिली है। एसडीआरएफ, उत्तराखंड पुलिस, स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौके पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। मैं इस संबंध में स्थानीय प्रशासन के निरंतर संपर्क में हूँ और स्थिति पर लगातार नज़र रखी जा रही है। मैं माता रानी से सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूँ।"

मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हृदय विदारक हादसे में 8 लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि मृतकों की आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हज़ार रुपये की सहायता राशि प्रदान करेगी। मजिस्ट्रियल जाँच के भी निर्देश दिए गए हैं।" उन्होंने कहा, "मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हृदय विदारक हादसे में राज्य सरकार घायलों और मृतकों के परिवारों के साथ है। हादसे की मजिस्ट्रियल जाँच के निर्देश दिए गए हैं।"

मनसा देवी में भीड़ का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें लोग एक-दूसरे से चिपके और चीखते-चिल्लाते दिखाई दे रहे हैं। कई छोटे बच्चे भी फँसे हुए दिखाई दे रहे हैं और बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। हरिद्वार के ज़िला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित ने कहा, "प्रारंभिक तौर पर यह बात सामने आई है कि भगदड़ का कारण कुछ लोगों द्वारा बिजली के तार में शॉर्ट सर्किट होने की अफ़वाह फैलाना है। यही भगदड़ का कारण है। डॉक्टरों ने भी यही कहा है कि मौत भगदड़ के कारण हुई है।"

हरिद्वार में भगदड़ में 8 लोगों की मौत पर एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा, "हमें सूचना मिली थी कि कुछ लोग घायल हुए हैं, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। लगभग 35 लोगों को अस्पताल लाया गया और 8 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। बाकी का इलाज चल रहा है। प्रथम दृष्टया, मंदिर मार्ग से 100 मीटर नीचे सीढ़ियों पर करंट लगने की अफ़वाह के कारण भगदड़ मची। हम आगे की जाँच कर रहे हैं।"

गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने एएनआई को बताया, "हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ जमा होने के बाद मची भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई। मैं घटनास्थल पर जा रहा हूँ। घटना की विस्तृत रिपोर्ट का इंतज़ार है।" मनसा देवी मंदिर उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है। यह मंदिर माँ मनसा देवी को समर्पित है, जिन्हें साँपों की देवी और मनोकामना पूर्ण करने वाली माँ के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर हरिद्वार के तीन प्रमुख सिद्धपीठों में से एक है, अन्य दो चंडी देवी मंदिर और माया देवी मंदिर हैं।

यह मंदिर हरिद्वार में गंगा नदी के तट पर एक पहाड़ी पर स्थित है। मंदिर तक पहुँचने के दो रास्ते हैं। एक रोपवे (उड़न खटोला) और दूसरा सीढ़ियों से। रोपवे एक सुविधाजनक और लोकप्रिय रास्ता है, जो भक्तों को पहाड़ी की चोटी तक ले जाता है। जबकि पैदल मार्ग एक धार्मिक और प्राकृतिक अनुभव प्रदान करता है। माँ मनसा देवी को मनोकामना पूर्ति की देवी माना जाता है। भक्त अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए मंदिर में मनसा धागा बाँधते हैं और मनोकामना पूरी होने पर उसे खोलने आते हैं। यह मंदिर शक्ति उपासना का केंद्र है और नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष भीड़ रहती है।