भोलेनाथ के जयकारों के साथ शुरू हुई किन्नौर कैलाश यात्रा, इस बार 45 दिनों तक चलेगी यात्रा
19,850 फीट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र किन्नौर कैलाश की यात्रा मंगलवार से विधिवत रूप से शुरू हो गई है। सुबह-सुबह श्रद्धालुओं ने "बोल बम" और "हर हर महादेव" के जयकारों के साथ शिवधाम की कठिन यात्रा का आरंभ किया। इस बार यात्रा की अवधि श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 15 दिनों से बढ़ाकर 45 दिन कर दी गई है। यात्रा 30 अगस्त 2025 तक चलेगी।
ऊंचे पर्वतों पर आस्था की डगर
किन्नौर कैलाश यात्रा को हिमाचल प्रदेश की सबसे दुर्गम धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है। यह स्थल न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से पवित्र है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और चुनौतीपूर्ण ट्रैकिंग रूट के लिए भी जाना जाता है। श्रद्धालु भारी उत्साह और भक्ति भाव के साथ इस यात्रा में हिस्सा लेते हैं, जिसमें उन्हें बर्फीले रास्तों, तेज हवाओं और ऊंचाई पर कम ऑक्सीजन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
सुरक्षा और चिकित्सा की पुख्ता व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने इस बार विशेष तैयारी की है। यात्रा मार्ग पर 20 पुलिस कर्मी, होमगार्ड के जवान, सात वन विभाग के कर्मचारी, और तीन मेडिकल स्टाफ सहित एक चिकित्सक की भी तैनाती की गई है।
इसके अलावा यात्रा मार्ग पर विश्राम स्थल, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और दिशा-सूचक बोर्ड भी लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
पहले 15 दिन, अब पूरे 45 दिन
पिछले वर्षों में यह यात्रा केवल 15 दिनों के लिए आयोजित की जाती थी, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और उनकी सुविधा को देखते हुए प्रशासन ने इसे 45 दिन तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। इससे उन श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी जो मौसम या कामकाज के चलते शुरुआती दिनों में नहीं आ पाते।