मामूली कहासुनी में युवक की पीट-पीटकर हत्या, गुस्साए ग्रामीणों ने किया थाने का घेराव
आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत महाजी देवारा जदीद (जमुनिहवा) गांव में मंगलवार को मामूली कहासुनी के बाद एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 38 वर्षीय मनीराम निषाद के रूप में हुई है, जो पेशे से ट्रक चालक था। घटना के बाद बुधवार को गुस्साए ग्रामीणों ने थाने पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की। ग्रामीणों ने शव का पंचनामा करने से भी इनकार कर दिया।
जानकारी के अनुसार, मनीराम निषाद दो माह से अपने घर पर ही रह रहा था। मंगलवार की शाम लगभग चार बजे वह घर पर मौजूद था, तभी उसके पड़ोसी बिजली के खंभे पर लगे केबल को हिला रहे थे। बताया जा रहा है कि मनीराम का केबल भी उसी खंभे से जुड़ा था। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसक झगड़े में बदल गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने मनीराम पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में मनीराम गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही गांव में तनाव फैल गया। बुधवार सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण महाराजगंज थाने पहुंच गए। उन्होंने हत्या के आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग की। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस के सामने शव का पंचनामा करने से भी मना कर दिया और कार्रवाई में तेजी लाने पर अड़े रहे।
ग्रामीणों का कहना है कि मनीराम की हत्या सोची-समझी साजिश के तहत की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी पहले से ही मनीराम से रंजिश रखते थे और मंगलवार को बिजली केबल के बहाने उन्होंने हमला किया।
पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। क्षेत्राधिकारी ने आश्वासन दिया कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मामले में आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
इस घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। मनीराम निषाद अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। उसकी मौत से परिजन गहरे सदमे में हैं। गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।
पुलिस प्रशासन पर अब दबाव है कि वह जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाए। वहीं, ग्रामीणों की नाराजगी भी अभी कम नहीं हुई है।