प्रदेश में अगस्त माह में मौसम का उथल-पुथल: तेज धूप के बाद भारी बारिश का अलर्ट
अगस्त माह की शुरुआत झमाझम बारिश के साथ हुई और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ली। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1 अगस्त से 14 अगस्त तक प्रदेश में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई, जिससे किसानों और आम जनता दोनों के चेहरे खिल उठे। बारिश के इस दौर ने न सिर्फ तापमान को नियंत्रित रखा बल्कि कई जगहों पर सूखे का संकट भी कुछ हद तक कम किया।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस अवधि में हुई बारिश ने खेतों में हरियाली लौटाई और जल स्रोतों में जल स्तर बढ़ने में मदद की। इसके अलावा, शहरों में भी बारिश ने उमस और गर्मी को कम कर राहत पहुंचाई। लेकिन जैसे ही अगस्त का मध्य आया, मौसम ने अचानक अपना रुख बदल दिया। पिछले चार दिनों से तेज धूप के कारण दिन और रात के तापमान में करीब पांच से छह डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि देखी गई।
तापमान बढ़ने से लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ा, वहीं विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि यह केवल अस्थायी बदलाव है और आने वाले दिनों में मौसम फिर से बदलने वाला है। शहरों में दिन के समय उमस और गर्मी बढ़ी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी की कमी के कारण किसान थोड़ा चिंतित दिखे।
मौसम विभाग ने आगामी बदलाव के संकेत भी दे दिए हैं। विभाग के अनुसार, 21 अगस्त से प्रदेश में मौसम फिर करवट लेगा। 21 से 24 अगस्त तक पूरे प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। विशेषज्ञों ने लोगों से सलाह दी है कि इस अवधि के दौरान जल निकासी और घरों की सुरक्षा के उपाय कर लें। साथ ही किसानों को भी अपनी फसलों की देखभाल और खेतों में जलभराव से बचाव के लिए तैयारी करने की चेतावनी दी गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार की बारिश सामान्य से अधिक होगी और कई क्षेत्रों में स्थानीय रूप से तेज वर्षा होने की संभावना है। इसका असर जलाशयों, नदियों और तालाबों में जल स्तर बढ़ने के रूप में दिखाई देगा। इसके साथ ही, इस अवधि में सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि तेज बारिश के कारण अचानक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि पिछले दिनों की तेज धूप और बढ़ते तापमान के चलते लोगों को गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए। शाम के समय बाहर निकलते समय हल्के कपड़े पहनने और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी गई है। वहीं, आगामी बारिश के दौरान सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक प्रभावित होने की संभावना है, इसलिए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।
इस तरह, अगस्त माह का मौसम लगातार बदलाव की स्थिति में है। एक तरफ बारिश ने प्रदेश को हरा-भरा और ठंडा रखा, वहीं दूसरी ओर हाल की तेज धूप ने गर्मी और उमस बढ़ा दी। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, अगले हफ्ते की भारी बारिश मौसम में फिर से ठंडक और नमी लेकर आएगी। आम जनता और किसानों के लिए यह समय सावधानी और तैयारी का है।