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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में 213 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास किया, शहर को मिलेगी नई रफ्तार

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शहर के विकास को नई रफ्तार देने के लिए नगर निगम और बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) के महत्वपूर्ण कार्यों का शिलान्यास किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 147.15 करोड़ रुपये की लागत से 9 और नगर निगम के 66.06 करोड़ रुपये के लागत से 89 छोटे-बड़े निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं से शहर के विकास में तेजी आएगी और नागरिक सुविधाओं में सुधार होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे सबसे अहम कार्यों में से एक, 30.75 करोड़ रुपये की लागत से रुद्रावनम पार्क के निर्माण की शुरुआत की। यह पार्क न केवल शहरवासियों को मनोरंजन का एक नया स्थान प्रदान करेगा, बल्कि बरेली के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के विकास कार्यों से शहर में न केवल बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के विकास कार्यों का उद्देश्य लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना है।

शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार का लक्ष्य बरेली को एक मॉडल शहर बनाना है, जहां नागरिकों को हर प्रकार की सुविधाएं सहज रूप से मिल सकें। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि शहर में विकास कार्यों को गति देने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है, ताकि बरेली को एक सुंदर, सुव्यवस्थित और समृद्ध शहर के रूप में विकसित किया जा सके।

इन शिलान्यासों के बाद अब इन परियोजनाओं की गति पकड़ने से बरेली के नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। नए पार्क, सड़कें, सीवेज सिस्टम, और अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण से शहरवासियों को जलवायु और पर्यावरण के बेहतर स्तर का भी लाभ मिलेगा। साथ ही, ये निर्माण कार्य शहर में रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेंगे।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार के विकास कार्यों से न केवल बरेली बल्कि उत्तर प्रदेश के हर जिले में विकास की रफ्तार तेज हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और बरेली में हुए शिलान्यास इसके ही प्रमाण हैं।

इस शिलान्यास के दौरान, नगर निगम और विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अलावा कई अन्य राजनीतिक और सामाजिक हस्तियां भी उपस्थित थीं, जिन्होंने इस पहल को शहर के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया।