×

यूपी टीईटी परीक्षा शुल्क में हो सकती है बढ़ोतरी, 600 से बढ़कर 1700 रुपये तक का प्रस्ताव

 

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPESSE / UPSSSC) ने आगामी टीचर एलीजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) के लिए परीक्षा शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। जानकारी के अनुसार, प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा शुल्क 600 रुपये से बढ़ाकर 1700 रुपये तक करने का सुझाव दिया गया है।

शुल्क बढ़ाने का कारण

आयोग ने अपने प्रस्ताव में उल्लेख किया है कि शुचितापूर्ण और व्यवस्थित परीक्षा आयोजन के लिए अतिरिक्त व्यय आवश्यक है। इसमें परीक्षा केंद्रों का प्रबंधन, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेटअप, पर्यवेक्षकों का खर्च और परीक्षा के दौरान सुरक्षा व निगरानी शामिल है। आयोग का कहना है कि इन खर्चों के बिना परीक्षा को पारदर्शी और सुचारू रूप से कराना कठिन होगा।

परीक्षा की संभावित तिथियां

UP TET परीक्षा 29 और 30 जनवरी को आयोजित किए जाने की संभावना है। आयोग ने कहा है कि परीक्षा का कार्यक्रम पहले से तय किया जा चुका है, लेकिन शुल्क बढ़ोतरी की मंजूरी के बाद ही इसे आधिकारिक रूप से घोषित किया जाएगा।

अभ्यर्थियों पर प्रभाव

यदि शुल्क बढ़ोतरी को मंजूरी मिलती है तो यह लाखों अभ्यर्थियों के लिए आर्थिक भार बढ़ाएगा। विशेषकर ग्रामीण और मध्यम वर्ग के अभ्यर्थियों पर इसका असर ज्यादा होगा। हालांकि आयोग ने आश्वासन दिया है कि आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों के लिए छूट और छूट योजनाओं पर विचार किया जाएगा।

शासन की मंजूरी आवश्यक

प्रस्तावित शुल्क वृद्धि को लागू करने के लिए राज्य शासन की मंजूरी आवश्यक है। शासन प्रस्ताव की समीक्षा कर सकता है और संशोधन के साथ या बिना संशोधन के इसे लागू कर सकता है। आयोग का मानना है कि बढ़े हुए शुल्क से परीक्षा आयोजन की गुणवत्ता और पारदर्शिता में सुधार होगा।

अभ्यर्थियों के सुझाव और प्रतिक्रिया

कई अभ्यर्थियों ने कहा कि यदि शुल्क बढ़ता है तो प्रतियोगियों को तैयारी और आवेदन में अतिरिक्त दबाव का सामना करना पड़ेगा। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि परीक्षा का उचित आयोजन और भ्रष्टाचार से बचाव भी उतना ही जरूरी है, इसलिए शुल्क में समुचित वृद्धि को जायज ठहराया जा सकता है।