गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 1 अगस्त से टोल वसूली शुरू, यात्रा होगी महंगी — यूपीडा ने जारी की टोल दरें
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए 1 अगस्त 2025 से यात्रा महंगी हो जाएगी। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने घोषणा की है कि इस दिन से इस एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स की वसूली शुरू हो जाएगी। प्राधिकरण ने टोल दरों की आधिकारिक सूची भी जारी कर दी है, जिससे लखनऊ से गोरखपुर और आसपास के जिलों की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा।
क्या है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे?
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना है, जो लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे को गोरखपुर से जोड़ती है। यह एक्सप्रेसवे करीब 91 किलोमीटर लंबा है और इसकी मदद से गोरखपुर, अंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़ जैसे जिलों को राजधानी लखनऊ से तेज कनेक्टिविटी मिलती है।
टोल टैक्स दरें कैसी होंगी?
यूपीडा द्वारा घोषित टोल दरें वाहनों की श्रेणी के अनुसार तय की गई हैं। टोल की दरें निम्नलिखित प्रकार से अनुमानित हैं (आधिकारिक दरों में बदलाव संभव):
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कार/जीप/वैन (हल्के निजी वाहन): ₹150 - ₹200
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हल्के व्यावसायिक वाहन (LCV): ₹250 - ₹300
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बस/ट्रक: ₹500 - ₹700
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मल्टी एक्सल वाहन: ₹800 - ₹1000 तक
पासिंग ट्रैफिक और रूट की लंबाई के अनुसार दरें बदल सकती हैं।
किसे होगा सीधा असर?
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नियमित यात्रियों को अब यात्रा में अधिक खर्च वहन करना पड़ेगा।
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व्यावसायिक वाहन चालकों और ट्रांसपोर्टर्स को भी लॉजिस्टिक लागत में वृद्धि झेलनी पड़ेगी।
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गोरखपुर, अयोध्या, अमेठी, बस्ती, फैजाबाद से लखनऊ आने-जाने वाले लोग विशेष रूप से प्रभावित होंगे।
यूपीडा का कहना
यूपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, “गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर यातायात पूरी तरह से चालू हो चुका है। टोल टैक्स वसूली से न केवल मेंटेनेंस के लिए फंड मिलेगा, बल्कि प्रदेश में अन्य एक्सप्रेसवे परियोजनाओं को भी बल मिलेगा।”
स्थानीय प्रतिक्रिया
कुछ स्थानीय निवासियों और व्यवसायियों ने टोल टैक्स को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। कुछ का मानना है कि बेहतर सड़क के लिए शुल्क देना जायज़ है, जबकि अन्य का कहना है कि रोजाना यात्रा करने वालों के लिए यह अतिरिक्त बोझ होगा।