दूसरी, तीसरी या चौथी बीबी... धर्मांतरण गैंग कैसे बनाता था हिंदू लड़कियों को शिकार, 'मरियम' ने खोला दिया हर राज
आगरा धर्मांतरण मामले में पुलिस ने देहरादून की एक युवती को मुक्त कराकर शुक्रवार को अदालत में पेश किया। जहाँ पीड़िता का धारा 183 बीएनएसएस के तहत बयान दर्ज किया गया है। युवती रीना (काल्पनिक नाम) 21 साल की है और देहरादून, उत्तराखंड की निवासी है। रीना एक गोद ली हुई बच्ची है और धर्मांतरण मामले में मुख्य गवाह भी है।
6 साल पहले अबू तालिब के संपर्क में आई थी युवती
रिमांड पर लिए गए आरोपियों और रीना से पूछताछ में पता चला कि रीना 6 साल पहले 2019 में फेसबुक के जरिए मुजफ्फरनगर निवासी अबू तालिब के संपर्क में आई और उससे दोस्ती की। अबू तालिब ने रीना को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर एक इस्लामिक ग्रुप - "रिवर्ट टू इस्लाम" से जोड़ा, जहाँ से रीना की मुलाकात मुख्य आरोपी दिल्ली निवासी अब्दुल रहमान और उसके दो बेटों अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम, देहरादून निवासी अब्दुर रहमान, एस.बी. कृष्णा उर्फ आयशा, रितबानिक उर्फ मौ इब्राहिम और अन्य आरोपियों से हुई।
लड़की का ब्रेनवॉश किया गया था
जांच में पता चला कि मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने फेसबुक पर रीना से संपर्क किया था। इस्लाम के बारे में बताकर उसका ब्रेनवॉश किया गया था। दिल्ली से पकड़े गए अब्दुल रहमान से संपर्क किया। बोला तीन चार मुसलमानों से की की तरसी चाटी विफी बनाना बनाओ। फिर वे तुम पर निवेश करेंगे।
कुछ समय पहले जब रीना का मोबाइल खराब हो गया था, तो अबू तालिब ने उसे एक नया मोबाइल दिया था, जिसका भुगतान आयशा ने किया था। अबू तालिब मोबाइल रिचार्ज करता था। वह पार्सल से रीना को कपड़े और पैसे भी देता था।
शादी का दबाव
कुछ समय पहले, अब्दुर रहमान (देहरादून) ने रीना से कहा कि अब हम तुम्हारी मदद तभी करेंगे जब तुम इस्लाम धर्म अपनाकर मुझसे शादी करोगी, जबकि अब्दुर रहमान पहले ही तीन निकाह कर चुका है। ये सभी मिलकर रीना की शादी अबुर रहमान से करवाना चाहते थे। अबू तालिब, अब्दुर रहमान (देहरादून), अब्दुल रहमान (दिल्ली) और आयशा ने रीना पर व्हाट्सएप के ज़रिए कलमा सीखने का दबाव डाला और इसके लिए पैसों का लालच देकर उसका नाम बदलकर मुस्लिम नाम "मरियम" रख दिया।
इसके बाद मरियम को देहरादून से निकालकर एक सुरक्षित घर पहुँचाया गया। स्थानीय निवासी मुस्लिम ड्राइवर ने गाड़ी का इंतज़ाम करके रीना को बताया कि घर से निकलते ही गाड़ी में बैठने से पहले अपना मोबाइल और सिम कार्ड तोड़कर फेंक देना।