पीलीभीत में बाघों का आतंक जारी, महिला और किशोर पर हमला
उत्तर प्रदेश के न्यूरिया थाना क्षेत्र में बाघों का आतंक एक बार फिर बढ़ गया है। बृहस्पतिवार सुबह के समय, दो अलग-अलग गांवों में बाघों ने महिला और किशोर पर हमला किया, जिससे इलाके में डर और खौफ का माहौल बन गया है। इस घटना से जंगलों और आसपास के गांवों में लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
पहली घटना: महिला पर बाघ का हमला
सहजनिया गांव में मीना (50 वर्ष) नाम की महिला पर करीब सुबह 6 बजे बाघ ने हमला किया। मीना अपने घर से खेत पर जा रही थीं, तभी अचानक एक बाघ ने गन्ने के खेत से निकलकर उन पर हमला कर दिया। बाघ ने उन्हें पकड़ लिया और लगभग 20 मीटर तक खींच कर ले गया। हालांकि, वह गंभीर रूप से घायल हो गईं, लेकिन पास में काम कर रहे कुछ लोगों ने शोर मचाया और बाघ महिला को छोड़कर भाग गया।
दूसरी घटना: किशोर पर हमला
इसी दौरान, एक अन्य गांव में भी बाघ ने एक किशोर पर हमला किया। किशोर किसी कारणवश खेतों में जा रहा था, और बाघ ने उसे भी अपना शिकार बना लिया। हालांकि, किशोर को भी समय रहते बचा लिया गया और उसे अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया।
स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघों के आतंक को लेकर वे गंभीर हैं और जल्द ही बाघों को ट्रैक करने के लिए फंसे हुए क्षेत्रों में विशेष टीम भेजी जाएगी। इसके अलावा, इलाके में घेराबंदी की जा रही है ताकि बाघों को सुरक्षित तरीके से जंगल में लौटाया जा सके और स्थानीय लोग सुरक्षित रहें।
गांव वालों में डर
इस घटना के बाद गांव वालों में डर का माहौल है, खासकर महिलाओं और बच्चों में भय का वातावरण बन गया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बाघों को पकड़ा जाए ताकि इलाके में लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।