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चेतना सत्र के दौरान छात्र की अचानक तबीयत बिगड़ी, इलाज के दौरान मौत

 

राजधानी पटना से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र अंतर्गत राजकीय उच्च विद्यालय परिसर में सोमवार सुबह चेतना सत्र (प्रार्थना) के दौरान एक छात्र की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक छात्र की पहचान छठी कक्षा में पढ़ने वाले साहिल कुमार (पिता — टिंकू कुमार साहनी) के रूप में हुई है।

कैसे हुई घटना?

विद्यालय सूत्रों के अनुसार, सोमवार सुबह विद्यालय में नियमित रूप से चेतना सत्र (प्रार्थना सभा) का आयोजन किया गया था। प्रार्थना समाप्त होते ही छात्र साहिल कुमार जैसे ही अपनी कक्षा की ओर बढ़ा, तभी उसे चक्कर आया और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद शिक्षकों और छात्रों में अफरा-तफरी मच गई।

विद्यालय प्रशासन ने की त्वरित कार्रवाई

विद्यालय प्रशासन ने तुरंत गंभीर स्थिति को भांपते हुए साहिल को एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल), पटना पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन कुछ ही देर में उसे मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों ने आशंका जताई कि मृत्यु का कारण कार्डियक अरेस्ट या ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

पुलिस जांच में जुटी

घटना की सूचना मिलते ही चौक थाना पुलिस विद्यालय पहुंची और छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और विद्यालय कर्मियों व परिजनों से पूछताछ की जा रही है। विद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है, ताकि घटना के सटीक कारणों की पुष्टि की जा सके।

स्कूल में मातम, परिवार का रो-रो कर बुरा हाल

साहिल की मौत की खबर सुनते ही विद्यालय में शोक की लहर दौड़ गई। छात्र और शिक्षक स्तब्ध रह गए। वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। साहिल के पिता टिंकू कुमार साहनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मेरा बेटा पूरी तरह से स्वस्थ था। स्कूल में ऐसा क्या हुआ कि मेरी गोद सूनी हो गई?"

स्वास्थ्य जांच पर उठे सवाल

इस घटना ने विद्यालयों में छात्रों की नियमित स्वास्थ्य जांच व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। शिक्षकों और अभिभावकों का कहना है कि बच्चों की समय-समय पर मेडिकल जांच होनी चाहिए ताकि किसी गंभीर बीमारी का पूर्व में ही पता लगाया जा सके।