×

उत्तर प्रदेश में हरित क्रांति की ओर मजबूत कदम: वन आच्छादन 9% से बढ़कर 10% हुआ, "एक पेड़ मां के नाम" अभियान को मिली नई ऊर्जा

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि राज्य ने बीते आठ वर्षों में हरित आवरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। 2017 से पहले जहां वन आच्छादन में गिरावट हो रही थी, वहीं विगत आठ वर्षों के नियोजित प्रयासों से यह अब 9 प्रतिशत से बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017 से 2024 के बीच कुल 5 लाख एकड़ हरित क्षेत्र में वृद्धि दर्ज की गई है, जो प्रदेश की पर्यावरणीय प्रगति का स्पष्ट संकेत है।

"एक पेड़ मां के नाम" बना जनआंदोलन

सीएम योगी ने रविवार को "एक पेड़ मां के नाम - पौधरोपण महाअभियान 2025" को सफल बनाने के लिए प्रदेश के सभी महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख और ग्राम प्रधानों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे इस अभियान को जन आंदोलन बनाएं और हर नागरिक तक इसकी पहुंच सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने कहा:

“प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से शुरू हुआ ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान आज हर घर की भावना से जुड़ गया है। यह सिर्फ एक पौधरोपण नहीं, बल्कि संवेदनाओं, संस्कृति और प्रकृति के प्रति कर्तव्य को व्यक्त करता है।”

हरित आवरण में यूपी बना देश में दूसरा अग्रणी राज्य

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि हरित क्षेत्र की वृद्धि के मामले में उत्तर प्रदेश आज देश में दूसरे स्थान पर है। यह सफलता सार्वजनिक सहभागिता, सामूहिक प्रयास और जागरूकता अभियानों की देन है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह आंकड़ा और बेहतर होगा, क्योंकि प्रदेश भर में निरंतर पौधरोपण और संरक्षण का कार्य चल रहा है।

जनप्रतिनिधियों से अपील: "प्रत्येक नागरिक लगाए एक पौधा"

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में यह सुनिश्चित करें कि

  • प्रत्येक नागरिक कम से कम एक पौधा अपनी मां के नाम पर लगाएं

  • स्कूलों, पंचायत भवनों, सार्वजनिक स्थानों पर सामूहिक पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित हों

  • लगाए गए पौधों की सुरक्षा और देखभाल की भी समुचित व्यवस्था हो

पर्यावरण संरक्षण को मिली नई दिशा

सीएम योगी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए वृक्षारोपण सबसे प्रभावी हथियार है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण की दृष्टि से हरित और टिकाऊ विकास को प्राथमिकता दे रही है।