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कांवड़ यात्रा के दौरान ढाबा संचालकों की पहचान छिपाने पर होगी सख्त कार्रवाई — डीजीपी राजीव कृष्ण

 

राजधानी में शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने कांवड़ यात्रा के मद्देनजर ढाबा संचालकों और स्थानीय प्रशासन को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान किसी भी ढाबा संचालक को अपनी पहचान छिपाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और ऐसा करने वालों पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कांवड़ यात्रा में सौहार्द और सुरक्षा प्राथमिकता

राज्य के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इस यात्रा में हरिद्वार, गौमुख, गंगोत्री और अन्य तीर्थस्थलों से लाखों कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों तक पहुंचते हैं।

डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा:

"कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। यदि कोई ढाबा संचालक या अन्य व्यक्ति जानबूझकर अपनी पहचान छिपाकर कार्य करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।"

ओवर रेटिंग पर भी सख्त नजर

केवल पहचान छिपाना ही नहीं, ढाबों और खानपान की दुकानों पर ओवर रेटिंग यानी तय मूल्य से अधिक राशि वसूलने पर भी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) के सहयोग से कार्रवाई की जाएगी।

डीजीपी ने कहा कि कई स्थानों से शिकायतें मिल रही थीं कि यात्रा मार्गों पर कुछ ढाबे कांवड़ियों से अधिक पैसे वसूलते हैं। ऐसे मामलों में स्थानीय पुलिस और FSDA की संयुक्त टीमों द्वारा निगरानी बढ़ाई जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

धार्मिक सौहार्द बनाए रखने की अपील

डीजीपी ने सभी व्यापारियों और स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे कांवड़ियों के प्रति सम्मान और सहयोग का भाव रखें। उन्होंने कहा कि इस यात्रा को लेकर पुलिस का फोकस सुरक्षा, ट्रैफिक प्रबंधन और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने पर है।

साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर धार्मिक भावनाएं आहत करने या यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।