श्रीविंध्य पंडा समाज चुनाव: आपराधिक मुकदमे वाले नहीं डाल सकेंगे वोट, पहली बार लागू हो रहा नया नियम
आगामी श्रीविंध्य पंडा समाज के चुनाव में इस बार मतदान प्रक्रिया के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है। अब वही लोग मतदान करने के पात्र होंगे जिनके खिलाफ किसी प्रकार का आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। यह निर्णय पंडा समाज की गरिमा बनाए रखने और चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष व पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। इस तरह का प्रावधान पहली बार लागू किया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने इस संबंध में सख्त दिशा-निर्देश जारी करते हुए विंध्य विकास परिषद को आगामी 15 दिनों के भीतर समाज के सभी योग्य मतदाताओं के पहचान पत्र जारी करने की जिम्मेदारी सौंपी है। पहचान पत्र के आधार पर ही मतदान की अनुमति दी जाएगी। इस पहचान पत्र के लिए आवेदन करने वालों को अब एक शपथपत्र भरना अनिवार्य किया गया है, जिसमें उन्हें अपने खिलाफ किसी भी प्रकार के आपराधिक मुकदमे की जानकारी देनी होगी।
विंध्य विकास परिषद के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला लंबित है, तो वह न तो सदस्यता ले सकेगा और न ही मतदान में भाग ले पाएगा। यह निर्णय समाज में स्वच्छ छवि वाले लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
प्रक्रिया के तहत, पंडा समाज के सभी इच्छुक मतदाता अब फॉर्म के साथ शपथपत्र जमा कर रहे हैं, जिसमें उन्हें अपनी कानूनी स्थिति का विवरण देना अनिवार्य किया गया है। अगर कोई व्यक्ति जानकारी छिपाता है और बाद में उसके खिलाफ मुकदमे का खुलासा होता है, तो उसकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी और वह मतदान से वंचित रहेगा।
यह नियम लागू होने के बाद समाज में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई वरिष्ठ पंडा और सामाजिक कार्यकर्ता इस कदम को सकारात्मक बता रहे हैं और इसे समाज की गरिमा को बनाए रखने वाला निर्णय मान रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों ने आपत्ति भी जताई है, उनका कहना है कि मुकदमा दर्ज होना और दोषी सिद्ध होना दोनों अलग बातें हैं, इसलिए प्रक्रिया में और स्पष्टता होनी चाहिए।
जिला प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि अगर यह मॉडल सफल रहता है, तो भविष्य में अन्य सामाजिक संस्थाओं और संगठनों के चुनावों में भी इसी तरह की पारदर्शी व्यवस्था लागू की जा सकती है।
फिलहाल विंध्य विकास परिषद पूरी मुस्तैदी के साथ मतदाता सूची को अंतिम रूप देने में जुटा है। आने वाले दिनों में पहचान पत्रों का वितरण शुरू हो जाएगा और उसके बाद चुनावी प्रक्रिया की अगली तारीख घोषित की जाएगी।