सोनू सूद और द ग्रेट खली की बढेंगी मुश्किलें, महाठग रवींद्रनाथ ने पूछताछ में उगले कई राज
कुख्यात जालसाज रवींद्रनाथ सोनी की रिमांड खत्म हो गई है। उसे अब जेल भेज दिया गया है। पुलिस पूछताछ में रवींद्रनाथ ने कई चौंकाने वाले राज कबूल किए हैं, जिनकी पुलिस अभी जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि करोड़ों के इस स्कैम में रवींद्रनाथ अकेला नहीं है, कई और लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं। पुलिस का यह भी मानना है कि फिल्म एक्टर सोनू सूद, सूरज जुमानी और विभास त्रिवेदी भी रवींद्रनाथ के साथ बराबर के पार्टनर हैं। इन सभी पर ब्लू चिप नाम की कंपनी से जुड़ी कई कंपनियों के साथ हवाला ट्रांजैक्शन का आरोप है, जिससे करोड़ों रुपये कमाए गए।
अभी तक रवींद्रनाथ पर सिर्फ धोखाधड़ी का आरोप था, लेकिन अब इस मामले में साइबर धोखाधड़ी के आरोप भी सामने आ रहे हैं। सोनू सूद ने एक मीडिया आउटलेट को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह कंपनी के इवेंट में शामिल हुए थे लेकिन धोखाधड़ी के आरोपों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। कुछ दिन पहले रवींद्रनाथ को उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार करके अरबों रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में कानपुर जेल भेज दिया गया था।
SIT की पूछताछ
SIT ने पूरे मामले की जांच के लिए रवींद्रनाथ को रिमांड पर लिया। इस दौरान उन्हें दिल्ली और देहरादून ले जाया गया, जहां उनके घर से कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, हार्ड डिस्क और CPU मिले। पुलिस फिलहाल इस मामले में दो बड़े नामों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। सबसे बड़ा नाम सोनू सूद का है, और दूसरा नाम जो सामने आया है वह द ग्रेट खली का है। पुलिस दोनों को बयान दर्ज करने के लिए कानूनी नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है। कानपुर पुलिस ने भी सोनू सूद के खिलाफ अहम सबूत मिलने की खबर दी है।
सोनू सूद के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी
रवींद्रनाथ सोनी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि सोनू सूद उनकी कंपनी का प्रचार कर रहे थे, जिसके लिए उन्होंने उन्हें 1.5 करोड़ रुपये की फीस दी थी। हालांकि, SIT को पता चला कि ब्लू म्यूजिक कंपनी बैंकॉक में रजिस्टर्ड है। सोनू सूद इसे अपने दोस्त सूरज जुमानी के साथ चला रहे हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि कुख्यात जालसाज रवींद्रनाथ सोनी हवाला कारोबार में शामिल है। पुलिस इस पूरे मामले में रवींद्रनाथ, सोनू सूद, विभास त्रिवेदी और सूरज जुमानी को बराबर का पार्टनर मान रही है। उन पर दुबई, भारत और जापान समेत करीब 10 देशों में करीब 15 अरब रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। पुलिस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।